आतिशी मार्लेना का बयान सामने आने के बाद भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर सर्जिकल स्ट्राइक की तरह एक बार फिर ऑपरेशन सिंदूर का सबूत मांगने का आरोप लगाया है। इस दौरान भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि आतिशी मार्लेना के माता-पिता ने आतंकी अफजल गुरु का समर्थन किया था। अब एक बार फिर आतिशी ने ऑपरेशन सिंदूर के सबूत मांगने शुरू कर दिए। यह दिखाता है कि टू एंड हाफ फ्रंड वॉर में ये हाफ फ्रंट है। ‘दो शरीर एक जान, आम आदमी पार्टी और पाकिस्तान।’ शहजाद पूनावाला की बात समझने से पहले हम आपको पहले ये बताते हैं कि आतिशी मार्लेना ने क्या बयान दिया है?
AAP नेता आतिशी ने भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर क्या कहा?
दरअसल, मंगलवार को दिल्ली की पूर्व सीएम आतिशी ने भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर सवाल उठाए थे। आतिशी ने कहा था “कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश के साथ एकतरफा संवाद किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने उनके सामने हाथ जोड़े और उन्हें दया आ गई। इसलिए उन्होंने सीजफायर के लिए हां कह दी। मोदी जी ने यह बात कह तो दी, लेकिन इसपर बहुत सारे सवाल उठते हैं।” आतिशी ने अपने सवाल बताते हुए कहा “पहला सवाल ये है कि अगर पाकिस्तान ने हाथ जोड़े और भारत ने पाकिस्तान पर दया खाकर सीजफायर कर दिया तो इसकी घोषणा ट्रंप ने क्यों की, भारत ने क्यों नहीं की? दूसरा सवाल ये है कि अगर पाकिस्तान ने भारत के सामने हाथ जोड़े तो सामने आकर समझौता क्यों नहीं हुआ, पाकिस्तान दुनिया के सामने क्यों नहीं बोलता कि हमने भारत से हार मान ली है।”
आतिशी ने आगे कहा था “आज पूरा देश जानना चाहता है कि यदि पाकिस्तान ने हाथ जोड़े थे तो वो दुनिया के सामने क्यों नहीं कह रहा। अगर पाकिस्तान ने भारत के सामने हाथ जोड़े तो क्या उसने पहलगाम में हमला करने वाले आतंकवादियों को भारत के हवाले कर दिया? इसका भी कोई प्रमाण नहीं है। इसके अलावा पाकिस्तान दुनिया के सामने आकर हाथ जोड़ने वाली बात क्यों नहीं बता रहा है। कम से कम कागज पर साइन करके समझौता करना चाहिए था या फिर मीडिया के सामने आकर कहना चाहिए था कि हमने भारत से हार मान ली है।” अब ये जान लीजिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा था?
पीएम मोदी ने देश के नाम संबोधन में दी थी ये जानकारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट और भारत की सैन्य कार्रवाई पर देश को संबोधित करते हुए कहा था कि भारतीय सेना की आक्रामक कार्रवाई से पाकिस्तान घबरा गया था। उन्होंने बताया कि आतंकवाद के ढांचे को नेस्तनाबूद किए जाने के बाद पाकिस्तान ने दुनिया भर में तनाव कम करने की अपील शुरू कर दी थी। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा था “भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा। पाकिस्तान दुनियाभर में तनाव कम करने के लिए गुहार लगा रहा था। भारतीय सेना की आक्रामकता से बुरी तरह घबराई पाकिस्तान की सेना ने 10 मई की दोपहर को हमारे डीजीएमओ को संपर्क किया। इस दौरान पाकिस्तान ने गुहार लगाई कि अब उसकी तरफ से कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस को अंजाम नहीं दिया जाएगा। तब तक हम आतंकवाद के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बड़े पैमाने पर तबाह कर चुके थे। आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया था। पाकिस्तान के आतंकी अड्डों को हमने खंडहर बना दिया था। इसलिए पाकिस्तान की गुहार हमने विचार किया।”
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने क्या कहा?
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी मार्लेना पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि मोदी और भाजपा विरोध की आड़ में “सबूत गैंग” एक बार फिर सक्रिय हो गया है। उन्होंने कहा, “आम आदमी पार्टी वही है जिसने पहले सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगे थे। जिसे पाकिस्तान के अखबारों ने भी प्रमुखता से छापा था। बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद सेना के पराक्रम पर सवाल उठाए थे। और अब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सेना की जयकार करने की बजाय फिर से सबूत मांग रही है कि पाकिस्तान ने कब और कैसे घुटने टेके। पाकिस्तान ने सार्वजनिक तौर पर कभी स्वीकार नहीं किया कि उसने हाथ जोड़े। न 1971 में, न 1999 के करगिल युद्ध के बाद तो क्या हम अपनी सेना के प्रमाणों पर नहीं, बल्कि पाकिस्तान की चुप्पी पर भरोसा करें? आम आदमी पार्टी पाकिस्तान के नैरेटिव को दोहरा रही है।”
पूनावाला ने आगे कहा “यह वही लोग हैं जिन्होंने पहले पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को क्लीन चिट दी थी और बाद में कार्रवाई न करने की अपील करने लगे थे। आज जब कार्रवाई हुई है तो सेना के हौसले को कमजोर करने के लिए बयानबाज़ी की जा रही है। कभी अजय राय मजाब उड़ाते हैं तो इमरान मसूद सबूत मांगने लगते हैं। अब आतिशी मार्लेना वही भाषा बोल रही हैं। जिनके माता-पिता आतंकी अफजल गुरु के समर्थक रहे हैं।” पूनावाला ने कहा “यह टू एंड हाफ फ्रंट वॉर नहीं, बल्कि आम आदमी पार्टी और पाकिस्तान ‘दो शरीर, एक जान’ जैसे हो गए हैं। ये हाफ फ्रंट बनकर भारत की सेना के खिलाफ खड़े हैं।”