टी राजा सिंह: बीजेपी में वापसी, जीत और फिर इस्तीफा, जानें उनके विवादित बयान
T Raja Singh: टी राजा सिंह का बीजेपी के साथ रिश्ता उतार-चढ़ाव भरा रहा है। टी राजा सिंह ने 2009 में टीडीपी से अपने सियासी सफर की शुरुआत की थी। हालांकि 2013 में टीडीपी छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे।
टी राजा सिंह विवादित बयानों के कारण चर्चा में रहते थे (Photo-X @Akashsoni9161)
T Raja Singh Controversial Statements: तेलंगाना की गोशामहल विधानसभा सीट से तीन बार के विधायक टी राजा सिंह फायरब्रांड नेता के रूप में जाने जाते हैं। सोमवार को टी राजा सिंह ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। रामचंद्र राव को तेलंगाना बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा को आधार बनाकर टी राजा सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। अपने बयानों को लेकर विवादों में रहने वाले टी राजा सिंह इस बार इस्तीफा देने की वजह से चर्चा में है। दरअसल, वह सियासी जीत से ज्यादा विवादित बोल के कारण चर्चा में रहते हैं।
टी राजा सिंह का बीजेपी के साथ रिश्ता उतार-चढ़ाव भरा रहा है। टी राजा सिंह ने 2009 में टीडीपी से अपने सियासी सफर की शुरुआत की थी। हालांकि 2013 में टीडीपी छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे। वहीं 2018 के तेलंगाना विधानसभा चुनाव में, जब बीजेपी को केवल एक सीट मिली, तब राजा सिंह गोशामहल से जीतकर विधानसभा पहुंचे। उस समय वे तेलंगाना में पार्टी के एकमात्र विधायक थे।
2022 में BJP ने कर दिया था निलंबित
हालांकि, उनके विवादित बयानों के कारण 2022 में बीजेपी ने उन्हें निलंबित कर दिया था। इसके बावजूद, 2023 में पार्टी ने उनका निलंबन रद्द किया और उन्हें वापस शामिल किया। इस वापसी ने उनके समर्थकों में उत्साह भरा, और वे गोशामहल से फिर से जीत हासिल करने में सफल रहे।
टी राजा सिंह के विवादित बयान
टी राजा सिंह अपने भड़काऊ और धार्मिक रूप से संवेदनशील बयानों के लिए हमेशा चर्चा में रहे हैं। उन्होंने कई बार मुस्लिम समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं, जिसके कारण उन पर कानूनी कार्रवाइयां भी हुईं। 2022 में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ उनकी टिप्पणी ने भारी विवाद खड़ा किया, जिसके बाद बीजेपी ने उन्हें निलंबित किया था। इसके अलावा, उन्होंने एक बार कहा था, “जो हिंदुत्व की तरफ आंख उठाकर देखेगा, मैं उसकी गर्दन काट दूंगा।” इस बयान को लेकर भी उनकी व्यापक आलोचना हुई।
ओवैसी को कहा था देशद्रोही
तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2023 से पहले टी राजा सिंह ने AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी को देशद्रोही कहा था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि ओवैसी हैदराबाद का सांसद है, यह दुर्भाग्य है। पहले वह कांग्रेस को वोट बेचता था, अब बीआरएस को बेचता है। इसके अलावा 2017 में पद्मावत फिल्म का विरोध करते हुए उन्होंने कहा था कि यह फिल्म जिस थिएटर में दिखाई जाएगी, उसे जला देंगे।
इस्तीफे का कारण
सोमवार को टी राजा सिंह ने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे का मुख्य कारण तेलंगाना बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में एन रामचंद्र राव की नियुक्ति को लेकर असंतोष था। राजा सिंह ने इसे “आघात और निराशा” करार देते हुए कहा कि यह फैसला लाखों कार्यकर्ताओं और समर्थकों के लिए निराशाजनक है।
इस्तीफे के बाद भी राजा सिंह ने स्पष्ट किया कि वह हिंदुत्व की विचारधारा और गोशामहल के लोगों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे। उन्होंने कहा, “मैं पीएम मोदी, अमित शाह और योगी आदित्यनाथ का समर्थक बना रहूंगा, भले ही मैं पार्टी में न रहूं।”