पाकिस्तान ने बंद किया Airspace, अमेरिका के लिए बदलेगा रूट, इन देशों की उड़ानों पर पड़ेगा असर
Pakistan Airspace Closure: पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान ने भारतीय एयरलाइन्स के लिए हवाई क्षेत्र बंद कर दिए हैं। जिससे एयरलाइन्स कंपनियां किराए में 8 से 12 फीसदी की वृद्धि कर सकती हैं।
Pakistan Closed Airspace: पहलगाम हमले के बाद भारत की सख्ती के बाद पाकिस्तान ने भारतीय एयरलाइन्स के लिए हवाई क्षेत्र बंद कर दिए हैं। इसका सीधा असर यात्रियों पर पड़ेगा। वैकल्पिक रास्तों से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की अवधि और ईंधन की खपत बढ़ेगी। जिससे एयरलाइन्स कंपनियां किराए में 8 से 12 फीसदी की वृद्धि कर सकती हैं। पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र बंद होने से सऊदी अरब, यूएई, ओमान और कतर जैसे खाड़ी देशों के अलावा यूरोप और अमेरिका जाने वाली उड़ानों पर असर पड़ेगा। रूट बदलने से अमेरिका, यूरोप के लिए उड़ानों की अवधि में 2 से ढाई घंटे का समय बढ़ सकता है।
मसलन भारत से यूरोप जाने वाले विमानों को करीब 900 किमी ज्यादा दूरी तय करनी होगी। रूट बदलने से एयर इंडिया एक्सप्रेस, स्पाइसजेट और अकासा सहित अन्य एयरलाइन्स भी प्रभावित होंगी। इससे पहले 2019 में बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था। उस वक्त भारतीय एयरलाइन्स को लगभग 700 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था।
इन शहरों से जाने वाली उड़ानों पर ज्यादा असर
जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र बंद होने से सबसे ज्यादा असर उत्तर भारत के शहरों से पश्चिमी देशों को जाने वाली उड़ानों पर पड़ेगा। दिल्ली, जयपुर, लखनऊ, चंडीगढ़ और अमृतसर आदि शहरों से अमेरिका, यूरोप और पश्चिम एशिया की उड़ानों पर सबसे ज्यादा असर होगा। इन शहरों से जाने वाली उड़ानों को गुजरात या महाराष्ट्र की ओर मोड़कर अरब सागर के ऊपर से जाना होगा। इससे 70 से 80 मिनट की अवधि बढ़ेगी।
खर्च में होगी बढ़ोतरी
पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र को बंद करने के फैसले से यूरोप और अमेरिका की उड़ानों का संचालन करने वाली एयरलाइंस पर तत्काल वित्तीय दबाव बढ़ेगा, जिसके परिणामस्वरूप भविष्य में टिकट की कीमतों में वृद्धि देखने को मिल सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में भारतीय उड़ानें जो पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से होकर गुजरती हैं, वे मुख्य रूप से यूरोप, उत्तरी अमेरिका, मध्य पूर्व और मध्य एशिया की ओर जाती हैं। इनमें प्रमुख रूप से एयर इंडिया, इंडिगो, एयर इंडिया एक्सप्रेस और स्पाइसजेट की उड़ानें शामिल हैं।
पाकिस्तान को भी होगा नुकसान
2019 में, जब भारत ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया था, तब पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया था। उस दौरान भारतीय एयरलाइंस को अनुमानित तौर पर 700 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा था, जिसके चलते यात्रियों को अधिक कीमतों पर टिकट खरीदने पड़े थे। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रतिबंध का सबसे बड़ा झटका एयर इंडिया को सहना पड़ा था। दूसरी ओर, इस तरह के प्रतिबंधों से पाकिस्तान को भी भारी नुकसान होता है। अनुमानों के मुताबिक, पिछले बंद के दौरान पाकिस्तान को लगभग 400 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था, जो पहले से ही आर्थिक संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान के लिए एक बड़ा आघात साबित हुआ था।
इन देशों के विमानों पर असर
दिल्ली का हवाई अड्डा एक ऐसा केंद्र है, जहां से लगभग हर देश के लिए प्रत्यक्ष (डायरेक्ट फ्लाइट) या कनेक्टिंग उड़ानें उपलब्ध हैं। अब इस प्रतिबंध के कारण खाड़ी देशों जैसे यूएई, सऊदी अरब, कतर, ओमान, कुवैत और बहरीन की उड़ानों पर प्रभाव पड़ेगा। साथ ही, यूरोप के लिए रूस, जर्मनी, फ्रांस, नीदरलैंड, इटली, स्विट्जरलैंड, स्पेन, टर्की, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, ग्रीस और यूनाइटेड किंगडम (यूके) की उड़ानें भी प्रभावित होंगी। इसके अलावा, अमेरिका, कनाडा या मैक्सिको की यात्रा करने वालों के लिए उड़ान का समय बढ़ जाएगा।