कॉलेज में दहशत
मनोजीत मिश्रा, जिसे ‘मैंगो’ के नाम से भी जाना जाता था, कॉलेज में अपनी दादागिरी के लिए कुख्यात था। उसके एक करीबी और पूर्व बैचमेट देबोलीना दास ने बताया कि मनोजीत का व्यवहार इतना डरावना था कि न केवल छात्राएं, बल्कि शिक्षक भी उससे डरते थे। देबोलीना ने कहा, “मनोजीत लड़कियों को यूनियन रूम में बुलाता था, वहां शराब पीता था और जूनियर्स का अपहरण तक करता था। उसके खिलाफ कई शिकायतें दर्ज की गई थीं, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।”
लड़कियों के साथ छेड़छाड़
मनोजीत का व्यवहार कॉलेज में पहले से ही विवादास्पद था। उसके सहपाठियों और जूनियर्स ने खुलासा किया कि वह अक्सर लड़कियों को परेशान करता था और बार-बार एक ही सवाल पूछता था, “तुई आमाय बिये कोरबी?” (क्या तुम मुझसे शादी करोगी?)। पीड़िता ने भी अपनी शिकायत में बताया कि मनोजीत ने उसे शादी का प्रस्ताव दिया था, और जब उसने इनकार किया तो उसने धमकी दी और गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया।
छात्राओं की तस्वीरें मॉर्फ कर करता था ब्लैकमेल
मनोजीत की हरकतें यहीं तक सीमित नहीं थीं। कॉलेज के छात्रों ने बताया कि वह लड़कियों की तस्वीरें खींचता, उन्हें मॉर्फ करता और व्हाट्सएप ग्रुपों में शेयर कर बॉडी-शेमिंग करता था। कई छात्राएं उसकी इन हरकतों से इतना डर गई थीं कि उन्होंने कॉलेज आना तक छोड़ दिया।
प्री-प्लांड था गैंगरेप
पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने खुलासा किया कि यह गैंगरेप पूरी तरह से पूर्व नियोजित था। मनोजीत ने पीड़िता को कॉलेज में दाखिले के पहले दिन से ही निशाना बनाना शुरू कर दिया था। जांच में पता चला कि मनोजीत और उसके दो सह-आरोपियों, जैब अहमद और प्रमीत मुखर्जी, ने इस अपराध को अंजाम देने के लिए पहले से साजिश रची थी। पुलिस को शक है कि आरोपियों ने इस घटना का वीडियो भी बनाया, जिसका इस्तेमाल वे पीड़िताओं को ब्लैकमेल करने के लिए करते थे।
पुलिस की कार्रवाई और सबूत
कोलकाता पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें मनोजीत मिश्रा, जैब अहमद, प्रमीत मुखर्जी और कॉलेज का एक सुरक्षा गार्ड शामिल हैं। पुलिस ने 25 जून की रात 7:30 से 10:50 बजे तक के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें पीड़िता को गार्ड रूम में जबरन ले जाते हुए देखा गया। मेडिकल रिपोर्ट में पीड़िता के गले, छाती और जांघों पर चोट के निशान, काटने के निशान और नाखूनों से खरोंच की पुष्टि हुई है, जो यौन उत्पीड़न की संभावना को दर्शाते हैं।
कॉलेज प्रशासन पर सवाल
मनोजीत का टीएमसी से संबंध होने के कारण यह मामला राजनीतिक रंग भी ले चुका है। बीजेपी ने ममता बनर्जी सरकार पर महिला सुरक्षा के मुद्दे पर निशाना साधा है, जबकि टीएमसी ने कहा है कि कानून सभी के लिए बराबर है। कॉलेज प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि इतने शिकायतों के बावजूद मनोजीत के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। कॉलेज ने अनिश्चितकाल के लिए कक्षाएं निलंबित कर दी हैं।