ऑपरेशन सिंदूर का महत्व
ऑपरेशन सिंदूर को 7 मई 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। भारतीय सशस्त्र बलों ने चार दिनों की तीव्र कार्रवाई में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचाया। इस ऑपरेशन को भारत की आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ नीति और सैन्य शक्ति का प्रतीक माना जा रहा है।
तिरंगा यात्रा का उद्देश्य
तिरंगा यात्रा का उद्देश्य ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को जन-जन तक पहुंचाना और देशवासियों में राष्ट्रप्रेम व एकता की भावना को प्रबल करना है। इस यात्रा में पार्टी कार्यकर्ता, स्थानीय नागरिक, पूर्व सैनिक, सामाजिक कार्यकर्ता और प्रमुख हस्तियां शामिल होंगी। यात्रा के दौरान बाइक रैलियां, झंडा फहराने के कार्यक्रम और सार्वजनिक सभाएं आयोजित की जाएंगी।
13-15 अगस्त तक ‘हर घर तिरंगा’
यह अभियान किसी भी तरह से राजनीतिक लाभ के लिए नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय गौरव का उत्सव है। यात्रा 10 अगस्त से शुरू होकर 14 अगस्त तक चलेगी, जिसमें देश के हर कोने में तिरंगा फहराया जाएगा। इसके अलावा, 13-15 अगस्त तक ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत लोगों को अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
विपक्ष का रुख
विपक्षी दलों, विशेष रूप से कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), ने इस यात्रा को आगामी बिहार विधानसभा चुनावों से जोड़कर राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाया है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि सशस्त्र बलों की वीरता को राजनीति में नहीं घसीटा जाना चाहिए। जवाब में, बीजेपी ने स्पष्ट किया कि यह अभियान गैर-राजनीतिक है और इसका उद्देश्य केवल राष्ट्रीय एकता और सैन्य शौर्य को बढ़ावा देना है।