दरअसल, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को दो जिलों सिरमौर और कांगड़ा में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी, शिमला और सोलन सहित छह अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
पिछले 24 घंटों में, राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। सिरमौर जिले के बिलासपुर और धौलाकुआं में भारी बारिश हुई। मनाली में 46 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि शिमला जिले के जुब्बल में 5 सेमी बारिश हुई।
इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने पहले अपने पूर्वानुमान में बताया था कि 10 जुलाई को हिमाचल के अधिकांश इलाकों में वर्षा जारी रहेगी, खासकर ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर सहित निचले पहाड़ी और मध्य पहाड़ी जिलों में। 11 और 12 जुलाई को बारिश की गतिविधियों में थोड़ी कमी आने की उम्मीद है। हालांकि, मंडी, शिमला और सिरमौर जैसे जिलों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
इन जिलों में रहें सावधान
मौसम वैज्ञानिक संदीप शर्मा ने कहा कि 13 से 16 जुलाई तक, राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश की गतिविधियां फिर से तेज होने की उम्मीद है। कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और सिरमौर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। 10 जुलाई तक, हिमाचल प्रदेश में इस महीने सामान्य से 23 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। ऊना, शिमला और मंडी जैसे जिलों में सामान्य से लगभग दोगुनी वर्षा हुई है। वहीं, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चंबा जिलों में सामान्य से कम वर्षा दर्ज की गई है।
बाढ़ को लेकर बुलेटिन जारी
लगातार भारी बारिश को देखते हुए, मौसम विभाग ने शिमला और सिरमौर जिलों के लिए अचानक बाढ़ की चेतावनी भी जारी की है। मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि समय-समय पर अचानक बाढ़ संबंधी बुलेटिन जारी किए जा रहे हैं और राज्य सरकार के साथ नियमित रूप से साझा किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मानसून जुलाई के मध्य तक पूरे राज्य में सक्रिय रहेगा। हिमाचल प्रदेश में कम से कम 16 जुलाई तक मौसम की सक्रियता बनी रहने की उम्मीद है।