तेज़ वाणिज्य ने बदली खरीदारी की आदत
ICICI सिक्योरिटीज की रिपोर्ट बताती है कि तेज़‑खरीदारी ने लोगों को एक आदत की तरह प्रभावित किया है। ये सिर्फ स्नैक्स तक सीमित नहीं, बल्कि उच्च आवृत्ति, क्यूरेटेड श्रेणियों वाले सामान भी शामिल हैं।
संतुलन बनाना चुनौती है
Flipkart और Amazon जैसे बड़े प्लेटफ़ॉर्म भी इस क्षेत्र में उतर रहे हैं, लेकिन कुछ जगहों पर छह अलग‑अलग ऐप्स होने वाली हैं। इसमें Amazon को अपनी स्पीड और कवरिंग बढ़ानी होगी, साथ ही छूट रणनीति तेज करनी होगी।
बाजार का आंकड़ा और भविष्य
वित्त वर्ष 2024‑25 में इंस्टामार्ट, ब्लिंकिट जैसे तेज़‑वाणिज्य ऐप्स से करीब 64,000 करोड़ रुपये का सामान ऑनलाइन खरीदा गया। CARE Ratings अनुमान लगाती है कि 2028 तक बाजार 2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है, और 2030 तक यह $40 बिलियन (लगभग 3 लाख करोड़ रुपये) तक पहुंच जाएगा।
सुरक्षा व नियम‑पालन पर सवाल
इस तेज़‑वाणिज्य क्षेत्र में खाद्य सुरक्षा, पैकेज‑लेबलिंग, समाप्ति तिथि जैसे मुद्दे उठे हैं। पिछले साल CCPA ने कई कंपनियों को ऐसे उल्लंघन पर नोटिस भेजे थे, ताकि उपभोक्ताओं को सही जानकारी मिल सके।