सांसद बेनीवाल के घर का बिजली कनेक्शन काटा, देखिए वीडियो
डिस्कॉम के नागौर एक्सईएन सुल्तानसिंह ने बताया कि सांसद के निवास पर उनके भाई प्रेमसुख बेनीवाल के नाम से बिजली कनेक्शन लिया हुआ था, जिसके बिल के करीब 11 लाख रुपए बकाया हो गए थे
नागौर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के नागौर आवास का बिजली कनेक्शन बुधवार शाम को डिस्कॉम ने काट दिया। डिस्कॉम के नागौर एक्सईएन सुल्तानसिंह ने बताया कि सांसद के निवास पर उनके भाई प्रेमसुख बेनीवाल के नाम से बिजली कनेक्शन लिया हुआ था, जिसके बिल के करीब 11 लाख रुपए बकाया हो गए थे, जिसको लेकर कनेक्शनधारी को नोटिस भी दिया गया था, लेकिन उन्होंने बिल जमा नहीं कराया, जिसके कारण बुधवार को उनका कनेक्शन काट दिया।
गौरतलब है कि सांसद हनुमान बेनीवाल पिछले काफी समय से जयपुर में एसआई भर्ती को रद्द करने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं। इसके चलते उनका परिवार भी जयपुर ही है। जानकारी में आया कि कनेक्शन काटने के दौरान परिवार को कोई सदस्य घर में नहीं था, केवल एक नौकर था।
कुछ माह पूर्व भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति मिर्धा ने सांसद व उनके भाई नारायण बेनीवाल के घर का बिजली कनेक्शन बकाया होने का मुद्दा उठाया था। बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नारायण बेनीवाल के घर का बकाया बिल जमा हो गया, लेकिन सांसद के घर का बिल जमा नहीं हो पाया, इसके चलते कार्रवाई की गई है।
बेनीवाल का जवाब : मुख्यमंत्री में दम है तो तुच्छ हरकतें छोड़कर पेपर माफियाओं के खिलाफ करें कार्रवाई सांसद हनुमान बेनीवाल ने नागौर स्थित उनके घर के बाहर स्थापित सांसद कार्यालय में बिजली कनेक्शन काटने से जुड़े मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमें चुनाव से लड़ने से पहले बिजली, पानी सहित तमाम बकाया चुकाकर एनओसी लेनी पड़ती है और जिस बकाया बिल का कहकर वो कनेक्शन काटने की बात कर रहे हैं वो कनेक्शन उनके भाई के नाम है, जिसमें डिस्कॉम की लापरवाही से गलत बिल आया हुआ था और दो लाख से अधिक राशि मैंने जमा करवाकर इस प्रकरण को समझौता समिति में ले रखा था, जिसके निस्तारण के बिना वो कनेक्शन काट नहीं सकते थे। ऐसे में मुख्यमंत्री ने सीएमडी, अजमेर डिस्कॉम के एमडी तथा जिला कलक्टर को फोन करके कहा कि सांसद का विद्युत कनेक्शन काटकर मुझे फोटो भेजो। सीएम की यह हरकत निम्न स्तर की है। बेनीवाल ने कहा कि वो सांसद हैं और यह उनका सरकारी कार्यालय भी है, क्योंकि उन्होंने सरकारी परिसर नहीं लिया। कायदे से उसका बिल सरकार को भरना चाहिए था, मगर 6 वर्षों से वो खुद इसका बिल भर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने बजरी माफियाओं के खिलाफ आंदोलन किए। नागौर के रियां उपखंड में भाजपा के कई नेताओं ने वहां अवैध रूप से बजरी लीज आवंटन करवा ली। ऐसे में उन्हें इस बात की तकलीफ है कि हनुमान बेनीवाल भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई क्यों लड़ रहे हैं। सांसद ने कहा कि वो सरकार से डरने वाले नहीं हैं, प्रदेश के गरीब मजदूर के हितों की मैं मजबूती से लड़ाईलड़ता रहूंगा।
सरकारी आवासों का भरता हूं किराया सांसद ने कहा कि जयपुर में जिस फ्लैट और आवास में वो रहते हैं, उसका 50 हजार रुपए किराया भरते हैं। यह बात सरकार भी अच्छे से जानती है लेकिन सरकार अब तुच्छ हरकतों पर उतर आई है।