वर्धा में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए फडणवीस ने कहा कि विपक्ष ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा से भाग रहा है क्योंकि उन्हें पता है कि सच्चाई सामने आ जाएगी, कैसे हमारे जांबाज जवानों और सैन्य बलों ने पाकिस्तान को झुकने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने विपक्ष की रणनीति को ‘शूट एंड स्कूट’ यानी झूठ बोलो और भागो वाली रणनीति करार दिया। विपक्ष अगर चर्चा करेगा तो उसकी झूठी कहानी ध्वस्त हो जाएगी। लेकिन उनमें बहस करने का साहस ही नहीं है।
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम द्वारा ‘पहलगाम के आतंकी पाकिस्तान से आए, इसका कोई सबूत नहीं’ कहे जाने पर सियम फडणवीस ने कहा, “इस बयान पर मुझे आश्चर्य नहीं हुआ। ये वही लोग हैं जिन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक पर भी सवाल उठाए थे। जनता ने अब इन्हीं से सवाल करना शुरू कर दिया है। समस्या उनकी मानसिकता में है और ऐसी मानसिकता के बारे में कुछ नहीं किया जा सकता।”
वहीँ, फडणवीस ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की मांग करते हुए कहा कि पिछले 20 वर्षों से वोटर वेरिफिकेशन नहीं हुआ, जिससे कई फर्जी नाम, मृत व्यक्तियों के नाम और एक ही व्यक्ति के दो जगह नाम जैसी समस्याएं सामने आई हैं। इससे नागरिकों का वोट डालने का अधिकार प्रभावित हो रहा है। उन्होंने बताया कि उन्होंने 2012 में इस मुद्दे पर हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की थी।
उन्होंने कहा, “हमारी यह मांग है कि विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) होना चाहिए क्योंकि हमारी मतदाता सूची में पिछले 20 सालों में विशेष गहन पुनरीक्षण ना होने के कारण बहुत सारे नाम हैं जो उचित नहीं हैं… मैं खुद इसे करवाने की मांग को लेकर 2012 में हाईकोर्ट गया था। देश के चुनाव आयोग को इस विशेष गहन पुनरीक्षण के कारण एक बहुत सटीक लिस्ट मिलेगी और लोगों का जो मताधिकार है, वह भी इस कारण अच्छे से अमल में आएगा।”
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर सीएम फडणवीस ने कहा, “संविधान में ‘भारत’ और ‘इंडिया’ दोनों शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि, अगर हम ‘भारत’ का इस्तेमाल करते हैं, तो यह ज्यादा बेहतर होगा। हम ‘भारत’ शब्द के इस्तेमाल को बढ़ावा देने का प्रयास करेंगे… मोहन भागवत ने कुछ भी विवादास्पद नहीं कहा है… इसे विवाद बनाने का कोई कारण नहीं है।”