जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को अंबाला गांव में आदिवासी ठाकर समाज की आठ लड़कियों का सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया गया था। इस खुशी के मौके पर अंबाला सहित आस-पास के कई गावों से बड़ी संख्या में मेहमान पहुंचे थे। समारोह के बाद रात में सभी ने खाना खाया।
शुरुआत में सब कुछ सामान्य था, लेकिन भोज समारोह के बाद अगले दिन शनिवार को बड़ी संख्या में लोगों को उल्टी, दस्त और पेट दर्द की शिकायत होने लगी। कथित तौर पर फूड पॉइजनिंग की वजह 8 वर्षीय सुरेश गुलाब मधे की मौत हो गई। वहीं 17 लोगों की हालत गंभीर हो गई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए कई मरीजों को छत्रपति संभाजीनगर के बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया है, जबकि कुछ का इलाज करंजखेड ग्रामीण अस्पताल और अन्य निजी अस्पतालों में जारी है। शुक्रवार शाम समारोह में आये लोगों ने खाना खाना शुरू किया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने भोजन किया। रात में ही पीड़ितों में फूड पॉइजनिंग के लक्षण दिखने लगे, जिससे गांव में अफरा-तफरी मच गई।
उधर, घटना की सूचना मिलते ही जिला स्वास्थ्य अधिकारी व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। इस बीच पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है। फूड पॉइजनिंग का सटीक कारण जानने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) की मदद ली जा रही है। खाने के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। फिलहाल, गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीमें तैनात कर दी गई हैं और पीड़ित लोगों का इलाज चल रहा है।