राजकमल गुप्ता ने तहरीर में आरोप लगाया कि सपा नेता ने विंग कमांडर के जातीय परिचय का उल्लेख कर अपमानजनक टिप्पणी की है, जो समाज को बांटने वाली है। उन्होंने मांग की कि रामगोपाल यादव के खिलाफ तत्काल केस दर्ज किया जाए।
आंबेडकर संघ ने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा
इस बीच, अखिल भारतीय आंबेडकर युवक संघ ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि सैनिक बिना जाति-धर्म का भेद किए देश की सेवा करते हैं, ऐसे में उनके बारे में जातीय या धार्मिक आधार पर टिप्पणी करना न केवल अनुचित है बल्कि सैनिकों के सम्मान का भी अपमान है। ज्ञापन में मध्य प्रदेश के एक भाजपा नेता के बयान की भी निंदा की गई, जिसमें उन्होंने समाज को बांटने वाली टिप्पणी की थी।
रामगोपाल यादव का बयान: ऑपरेशन सिंदूर से जोड़ा जातीय समीकरण
सपा के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने बिलारी में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का श्रेय पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) वर्ग के अधिकारियों को जाता है। उन्होंने विंग कमांडर व्योमिका सिंह को हरियाणा की जाटव, कर्नल सोफिया कुरैशी को मुस्लिम और एयर मार्शल एके भारती को पूर्णिया का यादव बताया। रामगोपाल यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा व्योमिका सिंह को राजपूत समझकर श्रेय लेने की कोशिश कर रही है, जबकि वह जाटव समाज से आती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह ने आपत्तिजनक बयान दिया था। हाईकोर्ट के आदेश के बाद उनके खिलाफ मुकदमा तो दर्ज हुआ, लेकिन भाजपा ने अब तक उन्हें पार्टी से नहीं निकाला।
सरकार और सेना की नीति पर उठाए सवाल
रामगोपाल यादव ने केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब सेना आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करती है, तो उसे रोक दिया जाता है। उन्होंने कहा कि ट्रंप के दबाव में सीजफायर हुआ, जिससे सेना का मनोबल प्रभावित हुआ है। साथ ही उन्होंने मांग की कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री तुरंत मंत्री विजय शाह का इस्तीफा लें और उन्हें पार्टी से बाहर निकालें।