पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर इस गुत्थी को सुलझाने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया था। जांच में जुटी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने और क्षेत्रीय सूचनाओं के आधार पर आरोपी नाबालिग को उसके घर ख्वाजाजहांपुर (महुआबारी) से गिरफ्तार कर लिया।
मृतका की पहचान कौशिल्या देवी (70 वर्ष) पत्नी स्वर्गीय रामअवध राजभर के रूप में हुई थी। जो मंडी में ही रहकर चौकीदारी का कार्य किया करती थी। उनके पोते दीपक राजभर ने हत्या की सूचना पुलिस को दी थी और अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
दादी ने देख लिया चोरी करते हुए, डर से की हत्या पुलिस पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि वह चोरी करने के इरादे से सब्जी मंडी गया था, जहां उसकी दादी कपड़े बदल रही थीं। उसी दौरान उन्होंने उसे चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। पकड़े जाने के डर से पहले तो वह भाग गया, लेकिन बाद में इस भय से कि कहीं दादी गांव में जाकर भेद न खोल दें, उसने वापस लौटकर रस्सी से गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी।
हत्या के बाद आरोपी ने सीसीटीवी कैमरे से बचने के लिए शर्ट से चेहरा ढक लिया था। हालांकि पुलिस की सतर्क निगरानी और तकनीकी विश्लेषण के चलते वह ज्यादा समय तक बच नहीं सका।
पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार नाबालिग इससे पहले भी कई बार चोरी की घटनाओं में शामिल रह चुका है। आरोपी के खिलाफ कोतवाली नगर थाने में विधिक कार्रवाई की जा रही है।