Raksha Bandhan 2025: डाक विभाग द्वारा पहुंचाई जा रहीं राखियां
डाकघर से प्रतिदिन 150 से अधिक राखियां स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री आदि के माध्यम से भेजी जा रही है। हालांकि, शहर में दो डाकघर हैं। इसके बाद भी मुय बाजार में स्थित डाकघर में ज्यादा भीड़ रहती है। रक्षाबंधन के लिए 2000 लिफाफों का स्टॉक आया था। इसमें 1300 लिफाफे बिक चुके हैं। 700 लिफाफों का स्टॉक बचा हुआ है। राखी लिफाफा 10 रुपए में उपलब्ध है। रक्षाबंधन पर्व के पहले भाइयों तक राखियां पहुंच जाए, का प्रयास डाक विभाग द्वारा किया जा रहा है। क्योंकि, डाकघर में तीन बजे के बाद स्पीड पोस्ट और रजिस्ट्री नहीं होती है। इस कारण लोगों की भीड़ दिन में ज्यादा हो रही है। जानकारी के मुताबिक डाक ले जाने वाली गाड़ी शाम को डाकघर पहुंचती है। यहां से सीधा डाकघर मुख्यालय में पार्सल भेजा जाता है। वहां से फिर छंटाई के बाद विभिन्न स्थानों पर भेजा जाता है।
मुख्य डाकघर के पोस्टमास्टर बीआर मरकाम ने बताया कि जुलाई माह में ही नया
सॉटवेयर अपडेट हुआ है। जुलाई से ही दिक्कत हो रही है। जिसके कारण सर्वर व लिंक फेल की समस्या आ रही है। दो काउंटर बनाए गए हैं। जहां स्पीड पोस्ट या रजिस्ट्री की जा सकती है। प्रतिदिन लगभग 150 लिफाफा भेजे जा रहे हैं। लोगों की संख्या बढ़ने से काम की गति सर्वर के कारण धीमी हो गई है।
कोर्ट परिसर में भी डाकघर का संचालन
Raksha Bandhan 2025: शहर के चार जगहों पर पीली पत्र पेटियां लगाई गई हैं। बस स्टैंड, मुय डाकघर, कलेक्ट्रेट और तहसील कार्यालय के पास लगाई गई है। राखी के सीजन में प्रतिदिन पीली पत्र पेटियों से पत्र निकाला जा रहा है। हर साल रक्षाबंधन त्योहार के समय ही यह पीली पत्र पेटियां लगाई जाती है। मुख्य डाकघर के साथ-साथ जिले के 35 शाखाओं में भी स्पीड पोस्ट व रजिस्ट्री हो रही है। लोग अपने शाखा डाकघरों में भी सेवा का लाभ ले सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्र की शाखाओं में भी लोगों की भीड़ उमड़ रही है। अपने भाइयों को राखी भेजने के लिए बहनें डाकघर का चक्कर लगा रही हैं। कोर्ट परिसर में भी डाकघर का संचालन किया जाता है। लोग वहां पर भी स्पीड पोस्ट और रजिस्ट्री आदि कर सकते हैं। लोगों को मुख्य बाजार चौक स्थित डाकघर के चक्कर भी नहीं लगाने पड़ेंगे। इसके अलावा कार्य का दबाव भी कुछ हद तक कम होगा। कोर्ट परिसर का डाकघर इसी वर्ष प्रारंभ हुआ है। जिसका लाभ लोगों को मिल रहा है।