sky lightning death: दोनों ने मौके पर ही तोड़ दिया दम
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मंगलवार दोपहर करीब 3.30 बजे मौसम ने करवट ली। आसमान में घने बादल छा गए और गरज-चमक के साथ बारिश शुरू हो गई। राधेश्याम और रत्ना अपने खेत में काम कर रहे थे, तभी आकाशीय बिजली नीम के एक पेड़ के पास गिरी, जहां वे दोनों मौजूद थे। बिजली की तीव्रता इतनी भीषण थी कि दोनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पास में मौजूद कुछ ग्रामीण बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे शरण लेने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन
हादसे ने सभी को स्तब्ध कर दिया। गांव के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि बिजली गिरने की आवाज इतनी तेज थी कि लगा जैसे कोई बम फटा हो। हमने देखा तो राधेश्याम और रत्ना जमीन पर पड़े थे। उनके शरीर पूरी तरह झुलस चुके थे। दोनों की मौत मौक़े पर ही हो गई थी। यह मंजर देखकर लोगों की रूह कांप गई।
आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू
sky lightning death: राधेश्याम और रत्ना अपने पीछे दो मासूम बच्चों को छोड़ गए हैं, जो अब अनाथ हो चुके हैं। परिवार की पूरी जिम्मेदारी राधेश्याम के कंधों पर थी। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ समय पहले ही राधेश्याम के छोटे भाई की भी मृत्यु हो चुकी थी और अब इस हादसे ने परिवार को पूरी तरह तोड़ दिया है। गांव के बुजुर्गों का कहना है कि इतना बड़ा हादसा मुढ़ीपार में पहले कभी नहीं हुआ। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस चौकी की टीम मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। प्रशासन ने पीड़ित परिवार को तत्काल राहत और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।