पुलिस की माने तो, गोरखपुर की रहने वाली पुष्पा 16 जुलाई से एक अन्य महिला के साथ होटल में रह रही थी। वह इवेंट मैनेजमेंट का काम करती है और विकास खंड में रहती है। होटल का सह-मालिक सुल्तानपुर निवासी उदय सेन यादव और बाराबंकी निवासी देवेंद्र मिश्रा हैं, जबकि उदय का चचेरा भाई दिवाकर यादव (21) होटल का रोजाना का मैनेजमेंट संभालता है।
होटल कर्मचारी के साथ हुई बहस के बाद मामले ने पकड़ा तूल
चिनबट इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि पुष्पा अपने फोन पर बात करते हुए आधी रात के आसपास अपने कमरे से बाहर निकली। इस दौरान दिवाकर और कुछ कर्मचारियों की कथित तौर पर उसकी तीखी बहस हुई। बाद में पुष्पा अयोध्या के गोसाईगंज इलाके के प्रॉपर्टी डीलर आकाश के साथ बाइक पर होटल से निकलीं, जो वर्तमान में मटियारी के विष्णुहर कॉलोनी में रहता है।
होटल कर्मचारी की गोलीमार कर हत्या
डीसीपी ईस्ट शशांक सिंह ने बताया कि यात्रा के दौरान पुष्पा ने आकाश को घटना की जानकारी दी। आकाश ने उसे रास्ते में छोड़ दिया और होटल लौट आया। उसने दिवाकर से झगड़ा किया और उसे गोली मार दी। होटल के कर्मचारियों ने दिवाकर को आरएमएलआईएमएस पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। होटल के सह-मालिक देवेंद्र की शिकायत पर आकाश और पुष्पा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया।
पहले से दर्ज हैं आरोपी पर दो मामले
बाद में आरोपियों को चिनहट से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि आकाश पर पहले से ही दो आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें मारपीट और अवैध हथियार रखने का आरोप शामिल है। सिंह ने कहा, “दोनों को हिरासत में ले लिया गया है और अपराध में इस्तेमाल किए गए हथियार का पता लगाया जा रहा है। आकाश पर आर्म्स एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया जाएगा।”
काम पर जाने की बात कहकर निकला था मृतक
मृत दिवाकर का परिवार लखनऊ स्थित पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद था। उनके छोटे भाई प्रभाकर ने बताया कि दिवाकर चार महीने पहले लखनऊ आया था। मृतक के पिता सतीश कुमार यादव ने बताया कि उनका बेटा लखनऊ काम पर जाने की बात कहकर घर से निकला था। मतक के परिजनों का कहना है, “हमें नहीं पता था कि दिवाकर किसी होटल में काम करता है। कल रात हमारे भतीजे ने फोन करके बताया कि झगड़ा हुआ है और सभी लोग थाने में हैं। जब हम लखनऊ पहुंचे, तो हमें हत्या के बारे में पता चला।”