ऑयल पुलिंग क्या है? (Benefits of Oil Pulling)
यह एक बेहद पुरानी आयुर्वेदिक प्रक्रिया है, जिसमें तेल को मुंह में डालकर धीरे-धीरे घुमाया जाता है, जैसे आप कुल्ला करते हैं। इसे आप अपने मॉर्निंग रूटीन में शामिल कर सकते हैं। माना जाता है कि यह तकनीक मुंह की गंदगी को खींचकर बाहर निकाल देती है और शरीर से विषैले तत्वों को हटाने में भी मददगार होती है।
किन तेलों से करें ऑयल पुलिंग?
ऑयल पुलिंग के लिए आपको रिफाइंड या केमिकल युक्त तेलों का नहीं, बल्कि शुद्ध और ठंडे प्रेस्ड (cold-pressed) तेलों का इस्तेमाल करना चाहिए। सबसे असरदार तेल हैं:
-नारियल का तेल
-तिल का तेल
-सरसों का तेल
-ऑलिव ऑयल
ऑयल पुलिंग कैसे करें?
सुबह उठते ही खाली पेट एक चम्मच तेल लें, जो आपके मुंह के आकार के अनुसार हो सकता है। इसे मुंह में लेकर धीरे-धीरे बिना निगले पूरे मुंह में फैलाएं और घुमाएं। इस प्रक्रिया को लगभग 15 से 20 मिनट तक जारी रखें ताकि तेल मुंह के सभी हिस्सों तक पहुंच सके। इसके बाद तेल को निगलने की बजाय थूक दें। फिर हल्के गुनगुने पानी से मुंह को अच्छे से धोएं और दांतों को ब्रश करें ताकि सभी अशुद्धियां दूर हो सकें।
इससे क्या-क्या फायदे होते हैं?
-तेल मुंह के अंदर मौजूद बैक्टीरिया को हटाता है। -पीलेपन को कम करता है और दांत साफ होते हैं। -एंटीबैक्टीरियल गुण सूजन को कम करते हैं। -सलाइवा प्रॉडक्शन बेहतर होता है। -कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे शरीर के टॉक्सिन बाहर निकलते हैं। -मुंह हेल्दी रहेगा तो शरीर की कुल हेल्थ भी बेहतर होगी। -कुछ लोग मानते हैं कि ऑयल पुलिंग से उन्हें ज्यादा एनर्जी महसूस होती है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।