अलर्ट की श्रेणियाँ और प्रभावित जिलों की सूची
भारी वर्षा (रेड/ऑरेंज क्लियर अलर्ट जैसे ‘Take Action’) जिलों में: प्रतापगढ़, फतेहपुर, रायबरेली, अमेठी, कानपुर नगर, सुल्तानपुर, अयोध्या, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, कन्नौज, हरदोई, फर्रुखाबाद, सीतापुर, बहराइच, गोंडा, श्रावस्ती, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, बरेली, बदायूं।
मध्यम वर्षा (Moderate Rain)
जिलों में: प्रतापगढ़, चित्रकूट, बांदा, कौशांबी, हमीरपुर, फतेहपुर, रायबरेली, अमेठी, कानपुर नगर, इटावा, कासगंज, सुल्तानपुर, अयोध्या, बस्ती, कानपुर देहात, उन्नाव, कन्नौज, हरदोई, फर्रुखाबाद, बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, बरेली, पीलीभीत, रामपुर, बदायूं।
मेघ गर्जन / वज्रपात / तेज हवा (Thunderstorm / Lightning / Gusty Winds 30–40 Kmph)
जिलों में: मिर्जापुर, प्रयागराज, संत रविदास नगर (भीम), जौनपुर, प्रतापगढ़, चित्रकूट, महोबा, बांदा, कौशांबी, हमीरपुर, जालौन, अमेठी, कानपुर नगर, ललितपुर, झांसी, इटावा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, हाथरस, कासगंज, आजमगढ़, सुल्तानपुर, अयोध्या, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, कानपुर देहात, औरैया, कन्नौज, फर्रुखाबाद, गोंडा, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, बहराइच, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, बरेली, पीलीभीत, रामपुर, अलीगढ़, बदायूं, बुलंदशहर, संभल, हापुड़, अमरोहा, मुरादाबाद, मेरठ, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर। यह विस्तृत चेतावनी IMD की सब‑डिविजन वाइज वॉर्निंग रिपोर्ट पर आधारित है, जिसमें पूर्व और पश्चिम यूपी के लिए अगले सात दिनों तक भारी बारिश, बिजली गिरने और तेज हवाओं के विस्तृत अलर्ट दिए गए हैं
मौजूदा हालात और कारण
लम्बे समय से चल रही मानसून गतिविधियों में बदलाव के कारण, मौसम कड़ाई से प्रभावित रहा है। उत्तर प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ, पूर्वी उत्तर प्रदेश पर चक्रवातीय परिसंचरण और ट्रफ लाइन जैसे सिनॉप्टिक तत्व सक्रिय हैं, जिनके कारण बारिश और तूफानों में वृद्धि देखी जा रही है। IMD की रिपोर्ट के अनुसार पूर्व यूपी में 3 अगस्त को अत्यधिक भारी वर्षा, 4 अगस्त तक बहुत भारी वर्षा जारी रहने का अनुमान है, साथ ही बिजली गिरने और तेज हवाओं की भी चेतावनी है परिवारों और प्रशासन के लिए सुझाव
- खुले स्थान, पेड़ों के नीचे या बिजली तारों के पास न रहें।
- इबार्डी नीचे मैदान या कीचड़ वाले क्षेत्रों से बचें।
- पानी भरने वाले लोकल पुट्ठे, पुलिया, अंडरपास बंद सफर न करें।
- निचले इलाकों में रहने वाले लोग सुरक्षित ऊँचे स्थान पर जाएं।
- किसान रेल रोड और खेतों में काम न करें, खासकर बिजली गिरने की आशंका पर।
- प्रशासन, जिला अधिकारी और आपदा प्रबंधन टीम अलर्ट रहें और त्वरित कार्यवाही करें।
तापमान में गिरावट: उमस से राहत
IMD के अनुसार बारिश के चलते अगले 1–2 दिनों में अधिकतर प्रभावित जिलों में तापमान में लगभग 3–4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। इससे उमस और गर्मी से कुछ राहत मिलेगी, लेकिन सुबह‑शाम ठंडक भी महसूस होगी ।