जानिए पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक कुशीनगर जिले के अहिरौली बजार थानान्तर्गत सिहुलिया निवासी ध्रुव नारायण ओझा हाटा तहसील के सकरौली स्थित आयुर्वेदिक एवं यूनानी कार्यालय में वार्ड ब्वाय हैं। उन्होंने पिछले दिनों मेडिक्लेम के लिए क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी के कार्यालय में आवेदन किया था।
मेडिक्लेम बिल के लिए बाबू ने मांगा 20 हजार
विभाग का क्लर्क ओमप्रकाश भारती बिल ही नहीं बना रहा था। वार्ड ब्वाय ओझा ने उससे संपर्क कर बिल बनाने को कहा तो उसने बीस हजार रुपये की रिश्वत मांगी। ओझा के अनुसार उससे रुपये नहीं होने बात कही तो उसने बिल बनाने से इनकार कर दिया। इससे परेशान होकर ओझा ने एंटी करप्शन यूनिट गोरखपुर से संपर्क किया।
एंटी करप्शन टीम ने बिछाया जाल, घूस लेते रंगे हाथ दबोचा
एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ पकड़ने के लिए पूरी तैयारी कर ओझा को क्लर्क के पास 18 हजार रुपए लेकर भेजा, जब अपने हाथों में लेकर क्लर्क रुपए गिनने लगा तभी ट्रैप टीम पहुंची और उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। रिश्वत लेने वाला कनिष्ठ सहायक ओमप्रकाश भारती ग्राम कस्तूरबा पोस्ट शंकर पटखौली तहसील कसया व थाना चौरा खास का निवासी है। एंटी करप्शन की टीम इसके बाद उसे लेकर पडरौना कोतवाली पहुंची और उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में के कस दर्ज कर दिया। एंटी करप्शन की इस कारवाई के बाद काफी देर तक अफरा तफरी मची रही।