CG Suspended News: ड्यूटी में लापरवाही बरतने का आरोप
घटना के बाद जेल डीजी हिमांशु गुप्ता ने कोरबा का दौराकर जेल का निरीक्षण किया था। तभी से जेल के सहायक अधीक्षक सहित अन्य प्रहरियों पर कार्रवाई की तैयारी चल रही थी। जेल प्रशासन ने जिन प्रहरियों को निलंबित किया है, उसमें ईश्वर कैवर्त, राजेश धृतलहरे, विक्रम प्रताप सिंह शामिल हैं। दो अगस्त को दोपहर तीन से साढ़े बजे के बीच जिला जेल
कोरबा से चार बंदी फरार हो गए थे। इसमें रायगढ़ निवासी चंद्रशेखर राठिया, पोड़ी बहार निवासी दशरथ सिदार, भुलसीडीह निवासी राजा कंवर और बालको निवासी सरना सिंकु शामिल थे। उनपर चार नाबालिग लड़की से दुष्कर्म का आरोप है। चारों आरोपी दो तीन माह से जिला जेल कोरबा में बंद थे।
घटना के दिन चारों बंदियों की ड्यूटी जेल की गौशाला में बीमार गाय की देखरेख के लिए लगाई गई थी। इस बीच चारों ने जेल से भागने की योजना बनाई। बंदियों ने गौशाला में मौजूदे कंबल को काटकर रस्सी बनाया इसे रॉड से बांध दिया। जेल की 25 फीट ऊंची दीवार पर कबंल से बनाई गई रस्सी को रॉय के सहारे फंसा दिया। यहां से जेल की बाउंड्रीवाल को फानकर भाग गए। घटना के दिन जेल की बिजली बंद थी। इस कारण भी बंदियों को भागने के लिए अवसर मिला।
रायगढ़ से दो बंदियों के पकड़े जाने की खबर
इधर, रायगढ़ से दो बंदियों के पकड़े जाने की खबर आ रही है। हालांकि अधिकृत तौर पर अधिकारियों ने पुष्टि नहीं की है। लेकिन पुलिस सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है। जेल से फरार होने के बाद बंदी इधर- उधर छीप रहे हैं। पुलिस टीम उनका पीछा कर रही है। इस बीच रायगढ़ में दो
बंदियों के छिपने की जानकारी मिली। पुलिस की एक टीम रायगढ़ भेजी गई। पुलिस ने घेराबंदी कर दो भगोड़े बंदियों को पकड़ लिया है।
पुलिस कर रही तलाश
भगोड़े बंदियों की तलाश पुलिस कर रही है। इनकी सूचना देने वाले को पुलिस ने 10 हजार रुपए नकद इनाम देने की घोषणा की है। हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि पुलिस को मुखबीर से मदद मिली या तकनीकी टीम को मिली जानकारी के आधार पर भगोड़े बंदियों को पकड़ा गया।