47 हजार उपभोक्ताओं ने नहीं कराई ई-केवाईसी
गैस एजेंसियों से मिली जानकारी अनुसार जिले में पीएम उज्जवला योजना के 77 हजार 79 भारत गैस के ग्राहक अलग-अलग गैस एजेंसियों से जुड़े हैं। इनमें से अभी तक 54 हजार 343 ग्राहकों ने इ-केवाइसी कराई, जबकि 22 हजार 736 शेष है। इसी तरह आम ग्राहक 84 हजार 763 है, जिसमें से 60 हजार 592 ने ई-केवाइसी कराई है, 24 हजार 171 शेष है। गैस कंपनियों के द्वारा वास्तविक गैस उपभोक्ताओं की पहचान करने के लिए सभी उपभोक्ताओं का ई-केवाइसी कराया जा रहा है। इसका लक्ष्य है कि रसोई गैस सही उपभोक्ता तक पहुंच सके, लेकिन जिले के गैस उपभोक्ता इस प्रक्रिया में रुचि नहीं दिखा रहे, जिसका खामियाजा उन्हें बाद में भुगतना पड़ सकता है।
ये होगी ई-केवाईसी की प्रक्रिया
गैस एजेंसियां ग्राहकों के फिंगर प्रिंट स्कैनर, आई स्कैनर और फेस आईडी से ई-केवाईसी का काम रही है। इसके लिए उपभोक्ताओं के पास आधार कार्ड, रसोई गैस पर दिए गए नंबर की जरूरत होगी। ई-केवाईसी में फिंगर प्रिंट, आई स्कैन और फेस आईडी से वेरिफिकेशन किया जा रहा है।