साहित्यकार ने तैयार किया व्याकरण
निमाड़ी लोक भाषा का व्याकरण मंडलेश्वर के साहित्यकार स्व. महादेव प्रसाद चतुर्वेदी द्वारा तैयार किया गया था। हमने निमाड़ी व्याकरण शब्दकोश और उसका मानक स्वरूप तैयार कर केंद्र सरकार को भेजा है। राजभाषा का दर्जा देने का काम राज्य सरकार का है। हमने 2010 में राज्य सरकार को भी आवेदन दिया था। लेकिन आज तक निमाड़ी को राजभाषा का दर्जा नहीं मिल सका है। निमाड़ी को राजभाषा का दर्जा दिलाने के लिए हर निमाड़ी को आगे आना होगा। यह भी पढ़े –
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जब तक डेढ़ करोड़ की आबादी वाले निमाड़ में एक करोड़ लोग निमाड़ी के झंडे तले नहीं आते तब तक निमाड़ी को राजभाषा का दर्जा नहीं मिल सकता। निमाड़ी को राजभाषा बनाने के लिए मेरा संघर्ष जारी रहेगा। इसके हर निमाड़ वासी का सहयोग अपेक्षित है। इस अवसर पर अनिलोप के अध्यक्ष कवि हरीश दुबे, साहित्यकार विजय जोशी शीतांशु, पूर्व अध्यक्ष जीवन लाल शर्मा, मुकेश पटेल, महिला इकाई अध्यक्ष तरुणा तवर, निर्मला रोकड़े, संगीता जैन, निर्मल कौर, प्रीति डोंगरे, सीमा पगारे, साहित्यकार कवि विष्णु फागना, संतोष मोयदे, लेखक दुर्गेश राजदीप, राजेश पवार, नवीन कुमार सहित आमजन ने स्वागत किया