कहानी उनके तीहरे शतक की
करुण नायर को 2016 में भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था। इसी साल उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ तीहरा शतक जड़ा था। 6 दिसंबर 1991 को राजस्थान के जोधपुर में जन्मे नायर ने टेस्ट क्रिकेट में केवल 6 मैच खेले, लेकिन उनकी एक पारी ने उन्हें इतिहास के पन्नों में अमर कर दिया। यह कहानी उनके टेस्ट आंकड़ों और उस ऐतिहासिक पारी की है, जिसने उन्हें वीरेंद्र सहवाग के बाद भारत का दूसरा तिहरा शतकवीर बनाया। नायर ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ की थी। कुल 6 टेस्ट मैचों में उन्होंने 62.33 की शानदार औसत से 374 रन बनाए। उनकी सबसे यादगार पारी 19 दिसंबर 2016 को चेन्नई के एम.ए. चिदंबरम स्टेडियम में आई, जब उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 303 रन ठोके। नायर के टेस्ट करियर का यह सर्वश्रेष्ठ स्कोर तो था ही साथ ही टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए दूसरा तिहरा शतक भी था। इस पारी में उन्होंने 381 गेंदों का सामना किया, 32 चौके और 4 छक्के लगाए और भारत को 759/7 के विशाल स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। इस पारी ने नायर को रातोंरात सुर्खियों में ला दिया, और लगा कि भारतीय मध्यक्रम में एक नया सितारा उभर चुका है। 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला में उनका आखिरी टेस्ट था, जिसके बाद वह भारतीय टीम से बाहर हो गए।
मजबूत स्थिति में इंडिया A
इंग्लैंड लायंस के खिलाफ पहले दिन भारत A मजबूत स्थिति में पहुंच गया। दूसरे दिन भी शुरुआत अच्छी रही। हालांकि सरफराज खान 92 और ध्रुव जुरेल 94 रन बनाकर आउट हुए और अपने अपने शतक से चूक गए। 100 ओवर के बाद भारत A ने 445 रन बना लिए हैं और उनके 4 विकेट गिरे हैं।