मॉकड्रिल एक पूर्व नियोजित अभ्यास होता है जिसमें किसी आपदा या हमले जैसी स्थिति को सिमुलेट किया जाता है। इसमें पुलिस, सेना, फायर ब्रिगेड, मेडिकल टीमें और अन्य एजेंसियां हिस्सा लेती हैं ताकि वास्तविक आपातकाल के समय त्वरित और समुचित प्रतिक्रिया दी जा सके। बताया जा रहा है कि कटनी देश का प्रमुख जंक्शन और आयुध निर्माणी आदि के चलते इस मॉकड्रिल के चुना गया है।
इन बातों का रखा जाएगा ध्यान
सभी अस्पतालों की छतों में रेडक्रॉस का प्रतीक चिह्न बनाया जाएगा। स्कूलों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और बाजारों जैसे संवेदनशील क्षेत्रों को अभ्यास का हिस्सा बनाया जाएगा। सुरक्षा बलों की तैनाती, रेस्क्यू ऑपरेशन, संचार व्यवस्था और नागरिकों की प्रतिक्रिया को जांचा जाएगा।
जनता को क्या रखनी होगी सावधानी
मॉकड्रिल को वास्तविक घटना न समझें, घबराएं नहीं, अफवाह न फैलाएं, निर्धारित समय पर अपने घरों या कार्यालयों से बाहर न निकलें, विशेषकर अभ्यास स्थल के पास, प्रशासन द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करें और सहयोग करें, कोई भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। ये भी पढ़ें: ‘PM मोदी ने बता दी 1 चुटकी सिंदूर की कीमत…’ महाकाल में गूंजा ‘भारत माता की जय’ क्या करेगा पुलिस प्रशासन
पुलिस बल पहले से ही रूट मैप, रेस्क्यू टीम और कमांड सेंटर की तैयारी में जुटा है। पूरे आयोजन की निगरानी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जाएगी। आमजन के सहयोग से मॉकड्रिल को सफल बनाने का प्रयास किया जाएगा। अभ्यास के दौरान सीसीटीवी, ड्रोन और अन्य तकनीकी साधनों से गतिविधियों की निगरानी की जाएगी।
जागरुकता ही सुरक्षा की पहली सीढ़ी
कटनी जिला प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे इस मॉकड्रिल को लेकर सतर्क रहें, डरें नहीं और किसी भी प्रकार की अफवाहों से दूर रहें। यह अभ्यास हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अभिजीत रंजन, एसपी का कहना है कि सुरक्षा व सतर्कता के लिहाज से कटनी को मॉकड्रिल के लिए चुना गया है। बुधवार को गाइड लाइन के अनुसार मॉकड्रिल कराई जाएगी।