गौरतलब है कि नियम विरुद्ध पट्टे जारी होने के मामले में गत वर्ष जुलाई माह में सभापति रसीदा खातून को निलंबित कर दिया गया था। रसीदा के निलंबन के बाद करीब 8 माह तक पूनम पचौरी सभापति रहीं। बाद में राज्य सरकार ने 17 मार्च को वार्ड 34 की पार्षद डॉ. राजरानी शर्मा को सभापति की कुर्सी पर आसीन कर दिया।
राजस्थान नगर पालिका अधिनियम के तहत 26 मई को डॉ. शर्मा के सभापति कार्यकाल को 2 माह के लिए बढ़ाया था। 25 जुलाई को उक्त अवधि के पूरी होने पर सरकार ने अधिनियम के तहत दूसरी बार कार्यकाल को बढ़ा दिया है।
सभापति प्रतिनिधि सुशील शर्मा ने बताया कि सभापति पद पर डॉ. राजरानी का कार्यकाल पुन: बढ़ाने पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, भाजपा प्रदेशध्यक्ष मदन राठौड़ , यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा , विधायक दर्शन सिंह गुर्जर,भाजपा जिलाध्यक्ष गोवर्धन सिंह जादौन का आभार जताया है।