अभियान में ये कार्य होंगे
- * बसों में बॉडी रिपेयर
- * इलेक्ट्रिकल कार्य
- * सुरक्षा उपकरणों की जांच
- * सीटों की मरम्मत
- * टायरों की स्थिति
- * डीजल औसत सुधार जैसे तकनीकी कार्य
‘कलक्टर साहब…3 महीने की नौकरी बची है और योजनाओं के नाम तक नहीं पता’, मुख्य सचिव ने झुंझुनूं कलक्टर की ले ली क्लास
जवाबदेही सम्बंधित प्रभारी व पर्यवेक्षक की
चालक को प्रभारी का नाम व मोबाइल नंबर लिखना होगा। आदेश के अनुसार प्रत्येक बस के चालक को फाटक पर वाहन रखरखाव प्रभारी का नाम व मोबाइल नंबर अंकित करना होगा। इससे उत्तरदायित्व सुनिश्चित हो सकेगा। आगार प्रबंधक को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी वाहनों के लिए प्रभारी एवं पर्यवेक्षक नियुक्त हो जाएं। वाहनों की स्थिति में सुधार के लिए किए गए कार्यों की जवाबदेही पूर्णत संबंधित प्रभारी व पर्यवेक्षक की होगी। निरीक्षण के समय यदि किसी वाहन में कमी पाई जाती है तो संबंधित के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी3 बसों की जिम्मेदारी हर प्रभारी को
अभियान के तहत प्रत्येक डिपो में कार्यरत मैकेनिकों को बसों का समान रूप से आवंटन कर उन्हें प्रभारी नियुक्त किया जाएगा। इसमें हर प्रभारी को तीन बसों की जिम्मेदारी दी जाएगी। नियुक्त किया जाएगा।सभी आगारों में 15 से 30 जून तक पूरा हो जाए काम
सभी आगारों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उपलब्ध निगम वाहनों में से 50 प्रतिशत कार्य 15 जून तक तथा शेष कार्य 30 जून तक पूरा कर लिया जाए। प्रबंधक संचालन को इस पूरे अभियान की नियमित मॉनिटरिंग करनी होगी और पहले व बाद की फोटोग्राफी डिजिटल रूप से सुरक्षित रखनी होगी। मुख्य प्रबंधक प्रत्येक 15 दिन में अभियान की प्रगति रिपोर्ट मुख्यालय को भेजने के लिए उत्तरदायी होंगे।टीम वर्क से होगा काम…
यात्रियों को बेहतर सुविधा देने व बसों की दशा सुधारने के लिए मेरी बस मेरी जिम्मेदारी अभियान चलाया जा रहा है। टीम वर्क के साथ अभियान की सफलता के लिए कार्य करेंगे।-उम्मेद सिंह, मुख्य प्रबंधक, जोधपुर डिपो, रोडवेज