अधिकारियों पर मुकरने का आरोप
पूर्व में ग्रामीणों की ओर से धरना देने पर कंपनी के अधिकारियों ने उचित कार्रवाई का भरोसा भी दिलाया था, लेकिन धरना स्थगित करने के बाद अधिकारी अपनी बात से मुकर गए। जिससे ग्रामीणों का रोष बढ़ गया। इसी को लेकर गत 11 अगस्त से बेमियादी धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। गत दो दिनों से ग्रामीण यहां पड़ाव डालकर धरना दे रहे है। सैकड़ों ग्रामीणों की ओर से कंपनी के विरुद्ध नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
ये रहे उपस्थित
पड़ाव स्थल पर मंगलवार को खेतसिंह, दौलतसिंह, नाथूसिंह, झब्बरसिंह, चनणसिंह, रेंवतसिंह, रूपसिंह, रुगनाथसिंह, हरिसिंह, प्रेमसिंह, जगमालसिंह, तनेरावसिंह, विजयसिंह, समंदरसिंह, नारायणसिंह, शेरसिंह, हबीबखां, सवाईसिंह, हासमखां, बाबूखां, जाकेखां, सलमानखां, जुसबखां, मेहरदीन, भीमाराम, हजारीसिंह, भोमसिंह, सतीदानसिंह, गोपालसिंह, विक्रमसिंह, मूलसिंह, नखतसिंह, गुलाबसिंह, फतेहसिंह, कंवराजसिंह, स्वरूपसिंह, चनेसरखां, ओमसिंह, नेपालसिंह, महावीरसिंह, भाखरसिंह, मोहनसिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों की ओर से धरना देकर नारेबाजी की गई। ग्रामीणों ने बताया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती है, तब तक उनका धरना व पड़ाव जारी रहेगा और दो दिन बाद बेमियादी अनशन भी शुरू किया जाएगा।