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जैसलमेर

नेटवर्क ठप : आस्था के सागर में डूबा संवाद… न कॉल की ध्वनि, न इंटरनेट की गूंज, श्रद्धालु बेबस

बाबा रामदेव समाधि पर आयोजित भादवा मेले में इस बार श्रद्धालुओं को मोबाइल नेटवर्क की सबसे बड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है। मेले के शुभारंभ से पहले ही नेटवर्क व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है।

जैसलमेरAug 22, 2025 / 08:01 pm

Deepak Vyas

बाबा रामदेव समाधि पर आयोजित भादवा मेले में इस बार श्रद्धालुओं को मोबाइल नेटवर्क की सबसे बड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है। मेले के शुभारंभ से पहले ही नेटवर्क व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है। लाखों की संख्या में देश भर से आए यात्रियों के कारण मोबाइल टावरों पर दबाव बढ़ा और स्थिति यह हो गई कि न तो कॉल लग रही है और न ही इंटरनेट काम कर रहा है।
लोग मोबाइल हाथ में लिए लगातार नेटवर्क पकडऩे की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कॉल बार-बार कट रही है। इंटरनेट की स्पीड इतनी कमजोर है कि सोशल मीडिया या डिजिटल लेनदेन तक संभव नहीं हो पा रहा। पिछले एक दशक में पहली बार मेला क्षेत्र की नेटवर्क व्यवस्था इस स्तर पर गिरी है, जबकि जिम्मेदारों ने इस समस्या पर अब तक कोई वैकल्पिक कदम नहीं उठाया है।

अपनों से बिछड़े, सूचना केंद्रों पर भीड़

नेटवर्क ठप होने के कारण मेला क्षेत्र में अपनों से बिछड़े श्रद्धालु अब सूचना केंद्रों का सहारा ले रहे हैं। दर्जनों लोग अपनों की तलाश में यहां पहुंच रहे हैं। केंद्र पर लगातार घोषणाएं हो रही हैं और कई परिजनों को मिलवाया जा रहा है।
जयपुर से आए देवकिसन कहते हैं कि मेले में आते हैं तो सबसे पहले परिवार और दोस्तों से संपर्क जरूरी होता है। इस बार न कॉल होती है न नेट चलता है। नेटवर्क सही हो, ऐसी व्यवस्था जरूरी है।
भीलवाड़ा से आए सुरेशचंद्र का कहना है कि हर साल आते हैं, लेकिन इस बार नेटवर्क की वजह से परेशानी बहुत बढ़ गई। बच्चे भीड़ में बिछड़ जाते हैं तो चिंता और बढ़ जाती है।

डिजिटल भुगतान पर ब्रेक

नेटवर्क ठप होने का सबसे बड़ा असर डिजिटल लेनदेन पर पड़ा है। दुकानदारों और यात्रियों दोनों के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है।खाने-पीने से लेकर होटल और कमरे तक का भुगतान डिजिटल माध्यम से नहीं हो पा रहा।
दुकानदार रमेशचंद्र शर्मा बताते हैं कि लोग यूपीआइ से भुगतान करना चाहते हैं, लेकिन नेटवर्क न होने से मशीन ही काम नहीं करती। कई बार ग्राहक के पास नकद नहीं होता, तब दोनों पक्षों को दिक्कत होती है।

फैक्ट फाइल –

  • 30 से 50 लाख श्रद्धालु आते है मेले में
  • 2 से 3 लाख श्रद्धालु रामदेवरा आ रहे रोजाना
    -5 किमी क्षेत्र फैला है पूरा मेला
-6 से ज्यादा लगे है मोबाइल टावर,
  • 2 से 3 किमी क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क रहता है जाम
  • 15 दिन तक बनी रहती है यही समस्या
    सवाल: वैकल्पिक व्यवस्था क्यों नहीं
    सबसे बड़ा सवाल यह है कि लाखों लोगों की भीड़ जुटने के बावजूद नेटवर्क की वैकल्पिक व्यवस्था क्यों नहीं की गई। मेले के दौरान स्वास्थ्य, पेयजल और यातायात जैसी सुविधाओं पर जोर दिया जाता है, लेकिन नेटवर्क जैसी बुनियादी जरूरत को दरकिनार कर दिया गया है। लोगों का कहना है कि नेटवर्क व्यवस्था न सुधरी तो आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं।
    समस्या ही समस्या
  • मोबाइल कंपनियों की सेवाएं पूरी तरह ठप
    -कॉल और इंटरनेट बंद, डिजिटल पेमेंट प्रभावित
-पिछले दस साल में पहली बार ऐसी समस्या

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