दो बार होती है श्रद्धालु की आवक
जोधपुर, बाड़मेर व जैसलमेर के रास्ते आने वाले श्रद्धालु पोकरण होकर रामदेवरा पहुंचते है। ऐसे में रामदेवरा जाते और वापिस लौटते समय हर श्रद्धालु की पोकरण में दो बार आमद होती है, जिससे भीड़ बढ़ जाती है। जबकि प्रशासन व पुलिस का पूरा ध्यान रामदेवरा पर ही रहता है।
भीड़ की अपेक्षा पुलिस नफरी नाकाफी
भादवा मेले के दौरान 2 हजार से अधिक पुलिसकर्मी रामदेवरा में तैनात किए जाते है। पोकरण में 500 से 700 का जाब्ता रहता है। जिससे प्रमुख व प्रवेश मार्गों पर नाके लगाए जाते है। साथ ही हर गतिविधि पर नजर भी रखी जा सकती है। इस बार श्रद्धालुओं की आवक शुरू हो चुकी है और पोकरण में भी मेले जैसा माहौल हो गया है, लेकिन अभी तक अतिरिक्त पुलिस नहीं लगाई गई है। केवल पुलिस थाने के स्टाफ के अलावा होमगार्ड के भरोसे सुरक्षा व्यवस्था चल रही है।
…ऐसे तो कैसे होगा भीड़ प्रबंधन
रामदेवरा में रक्षाबंधन के बाद जातरुओं की संख्या बढऩे लगती है। मंगलवार को कस्बे में सैकड़ों की तादाद में जातरु पहुंचे। ऐसे में आगामी दिनों में भीड़ का दबाव बढऩे की संभावना है। जबकि अतिरिक्त पुलिस जाब्ते की अभी तक कोई व्यवस्था नहीं होने से आगामी दिनों में भीड़ प्रबंधन को लेकर चिंता बनी हुई है।
यहां सर्वाधिक भीड़
कस्बे में सालमसागर तालाब, रामदेवसर तालाब के साथ ही बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ महाराज के आश्रम के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। साथ ही ये श्रद्धालु फोर्ट का भी भ्रमण करने पहुंच रहे है। जिससे गांधी चौक, फोर्ट रोड, तालाबों के आसपास, सुभाष चौक के पास व तालाब जाने वाले मार्गों पर भीड़ ज्यादा है।