क्या मिला है मेघा में
गौरतलब है कि मेघा गांव में हरपाल की तालाब के पास चल रही खुदाई के दौरान कुछ पत्थर मिले, जो फोसिल्स में तब्दील हो चुके हैं। ये पत्थर लकड़ी की तरह सख्त हो गए हैं, जो प्राचीन जीवाश्मों की विशेषता है। इसके साथ ही एक हड्डियों का ढांचा भी सामने आया है। प्रारंभिक तौर पर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ये अवशेष लाखों-करोड़ों साल पुराने हो सकते हैं। डॉ. इणखिया के अनुसार यह ढांचा 6-7 फीट लंबा होना सम्भव है। जो डायनासोर या उससे मिलते-जुलते किसी प्राचीन जीव का हो सकता है। हालांकि स्पष्ट रूप से यह अभी नहीं कहा जा सकता। जानकारी के अनुसार अब पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआइ) और जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीमें जल्द ही इस स्थल पर पहुंचकर गहनता से जांच करेंगी। आने वाले दिनों में पूरे वैज्ञानिक तरीके से उत्खनन के बाद ही इन अवशेषों की सटीक उम्र और प्रकृति का खुलासा हो सकेगा।