स्थानीय प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया कि यह निर्णय एहतियातन लिया गया है, लेकिन बाजार बंदी की सूचना जैसे ही फैली, आमजन में भय और असमंजस का माहौल बन गया। लोग जरूरी सामान खरीदने के लिए बाजारों की ओर दौड़ पड़े। सब्जी ठेले, किराणा दुकानें और मेडिकल स्टोर पर लोगों की लंबी कतारें लग गईं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को मौके पर तैनात किया गया।
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राजस्थान की बहू, सेना की शेरनी: प्रेरणा सिंह की कहानी जिसने परंपरा और पराक्रम को जोड़ा दुकानदारों का कहना है कि अचानक बाजार बंदी की खबर से स्टॉक खत्म होने का डर भी लोगों को सताने लगा, जिसके चलते कुछ ही देर में दुकानों से कई आवश्यक वस्तुएं खत्म हो गईं। वहीं, स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करने की मांग की है ताकि अफवाहों पर रोक लगाई जा सके। हालांकि प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि बाजार बंदी एक सावधानीभरा कदम है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं।