फोन पर नहीं मिलता जवाब
दिन में तीन-तीन बार बिजली चली जाती है, और लौटती भी है तो वोल्टेज इतना कम होता है कि पंखा तक नहीं चल पाता। जब विभाग के अधिकारियों को फोन करते हैं तो कोई जवाब नहीं मिलता। अब तो समझ ही नहीं आ रहा कि अपनी परेशानी किसे बताएं।गर्मी के कारण बच्चों की तबीयत खराब हो रही है। घर में बूढ़ी अम्मी हैं, जिनके लिए गर्मी जानलेवा बन रही है। लाइट गई तो दो-दो घंटे नहीं आती। सरकार कहती है कि 24 घंटे बिजली दे रहे हैं, लेकिन हमसे पूछिए असलियत क्या है।
दुर्गवासियों की बढ़ रही पीड़ा
दुर्ग के भीतर रहने वाले लोग गर्मी से परेशान हो रहे हैं। बिजली जाती है तो यहां रहने वाले लोगों की पीड़ा बढ़ जाती है। जिम्मेदारों को कम से कम ऐसे पर्यटन सीजन में बेहतर बिजली व्यवस्था करनी चाहिए– गोकुल चंद्र, दुर्गवासी, जैसलमेर