स्थान: छोटी चौपड़, समय: दोपहर 1:40 बजे
छोटी चौपड़ पर चांदपोल जाने के लिए ई-रिक्शा चालकों में सवारी बैठाने की होड़ दिखाई दी। जैसे ही कोई सवारी नजर आती, दो-दो ई-रिक्शा चालक उसके पास पहुंच जाते। इस दौरान किसी भी पुलिसकर्मी ने उनसे समझाइश का प्रयास नहीं किया। स्थिति यह रही कि, न तो किसी चालक को ट्रैफिक पुलिस का डर था और न ही पुलिसकर्मियों ने नियम तोड़ने वाले चालकों पर कोई कार्रवाई की। गोविंद नगर, आमेर रोड निवासी गोपाल गुप्ता ने बताया कि एक समय ट्रैफिक पुलिस ने अभियान चलाया था, जिसमें ई-रिक्शा चालकों के रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस की जांच की गई थी। इससे यह असर हुआ कि जिन चालकों के पास कागजात नहीं थे, उन्होंने कुछ समय के लिए ई-रिक्शा चलाना बंद कर दिया था। इस प्रकार के अभियान नियमित रूप से चलने चाहिए।स्थान: त्रिपोलिया बाजार, समय: दोपहर 1:15 बजे
त्रिपोलिया बाजार में भीड़ के चलते ई-रिक्शा चालकों की पौ बारह रही। कुछ कदम की दूरी पर ही वे सवारी लेते नजर आए। इस दौरान कई बार ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी और पीछे खड़े वाहन चालक हॉर्न बजाते नजर आए। कई चालक तो सवारी लेने के चक्कर में गलत दिशा से आते हुए भी दिखे। रामगढ़ मोड़ निवासी छात्रा निकिता ने बताया कि ई-रिक्शा चालकों के लिए कोई निर्धारित पार्किंग स्थल नहीं है। यदि उन्हें चिन्हित स्थान दे दिया जाए तो इस प्रकार की समस्या से बचा जा सकता है।स्थान: बड़ी चौपड़, समय: दोपहर 12:55 बजे
बड़ी चौपड़ पर रोजाना की तरह चहल-पहल थी। इसी दौरान बीच सड़क पर एक ई-रिक्शा चालक वाहन रोककर पानी पीने लग गया। उसे इस बात की कोई परवाह नहीं थी कि सड़क के बीच ई-रिक्शा खड़ा करने से राहगीरों को परेशानी हो रही है। पत्रिका रिपोर्टर ने बीच सड़क पर ई-रिक्शा रुकवाया तो चालक ने वहीं ब्रेक लगा दिए। इस दौरान ट्रैफिक पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने खड़े रहे। उन्हें इस बात से कोई सरोकार नहीं था कि, ई-रिक्शा चालक बीच सड़क पर सवारी ले रहे हैं। आमेर निवासी शीला ने बताया कि, ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारी बैठाकर लोगों की जान जोखिम में डाल रहे हैं। कई बार अधिक भार के कारण ई-रिक्शा पलट भी जाते हैं।
खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी
अगर ई-रिक्शा चालक नियमों का उल्लंघन करते हुए दिखाई देंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। चालक निर्धारित स्थान से ही सवारियों को वाहन में बिठाएं।शहीन सी, डीसीपी ट्रैफिक