गोविंद सिंह डोटासरा ने अमरीका की मध्यस्थता पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘जो आतंकवादियों को पनाह दे रहा है और हमारे निर्दोष लोगों की हत्याएं कर रहा है। उससे पूरी तरह बदला लिया जाना चाहिए। ऐसे किसी हमले की पुनरावृत्ति ना हो, यह भी सुनिश्चित करना चाहिए। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टूकड़े कर दिए थे। हिंदुस्तान अगर कोई देश कम आंक रहा है तो वह गलती कर रहा है। हिंदुस्तान के लोगों में देश के प्रति जज्बा, जुनून है। दुबारा आतंकी घटना नहीं हो, यह सुनिश्चित होने तक युद्ध विराम नहीं करना चाहिए।
कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा- डोटासरा
इससे पहले डोटासरा ने अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कश्मीर विवाद में मध्यस्थता वाले पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर लिखा था कि ‘क्यों भारत की साख को बट्टा लगाकर मिट्टी में मिला रहे हो मोदी जी? कश्मीर पर कैसी मध्यस्थता.. और अमेरिका होता कौन है ये कहने वाला? कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा। हमनें कश्मीर पर आज तक किसी को मध्यस्थता नहीं करने दी और न ही आगे अतंर्राष्ट्रीय दखल मंजूर करेंगे। बात PoK लेने की है.. साफ और स्पष्ट।’
पायलट ने अमरीकी मध्यस्थता पर उठाए थे सवाल
इससे पहले रविवार को कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारत-पाकिस्तान के बीच अमरीका की मध्यस्थता को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि शायद यह पहली बार हुआ है, जब सीजफायर की घोषणा सोशल मीडिया के ज़रिए अमरीका के राष्ट्रपति करते हैं। उन्होंने जो अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा है, हमें उस पर भी ध्यान देना चाहिए। भारत और पाकिस्तान के बीच जो मसला है, उसका अंतरराष्ट्रीयकरण करना बेहद आश्चर्यजनक है।