50 से 100 रुपए तक की वसूली
राजस्थान यूनिवर्सिटी सहित राज्य की स्टेट यूनिवर्सिटी व कॉलेजों में छात्रों से प्रवेश के दौरान 50 रुपए से 100 रुपए तक की वसूली की जाती है। इस हिसाब से पूरे राजस्थान में करोड़ों के शुल्क की वसूली छात्रसंघ चुनाव के नाम पर की जा रही हैै। यह शुल्क एक सत्र का है। पिछले दो सत्रों में भी इसी तरह से वसूली की गई। लेकिन चुनाव नहीं होने पर भी शुुल्क नहीं लौटाया गया।
विकास समिति करती निर्णय
कॉलेज और यूनिवर्सिटी में विकास समिति की ओर से संस्था के हर तरह के शुल्क निर्धारित किए जाते हैं। इसमें छात्रसंघ चुनाव सहित पार्किंग, लाइब्रेरी और अन्य शुल्क भी शामिल होते हैं। समिति की बैठक पहले ही कर ली जाती है और निर्णय ले लिए जाते हैं।चुनाव खर्च सहित कई मदों में काम आता बजट
छात्र नेता शुभम रेवाड़ का कहना है कि यूनिवर्सिटी इस शुल्क का उपयोग छात्रसंघ चुनाव में होने वाले खर्चे में शामिल करती है। लेकिन चुनाव नहीं होने पर इसका उपयोग दूसरे मदों में कर लिया जाता है। राजस्थान यूनिवर्सिटी की बात करें तो 25 हजार से अधिक छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, इनसे 100 रुपए शुल्क वसूल लिया गया।
इनका कहना है…
सरकार छात्रसंघ चुनाव कराए। छात्रसंघ चुनाव नहीं हो रहे हैं तो यूनिवर्सिटी और कॉलेज चुनाव के नाम पर शुल्क लेना बंद करें और अगर ले लिया है तो संस्थाओं को चुनाव नहीं होने पर लौटाना चाहिए।डॉ. बनय सिंह, महामंत्री रूक्टा
- डॉ. सज्जन कुमार सैनी, पोस्ट डॉक्टरल फेलो, आरयू