इतिहास बना, जुलाई में पहली बार खुले थे गेट
इस साल 24 जुलाई को पहली बार बीसलपुर बांध के गेट खोले गए थे, जो अब तक के इतिहास में जुलाई माह की एक अनोखी घटना बनी। शुरुआत में छह गेट खोले गए और उनमें से कई की ऊंचाई दो से तीन मीटर तक रही। पानी का जोर था, और बांध अपनी पूरी रफ्तार में दिख रहा था। लेकिन अब जब बारिश ने विश्राम ले लिया है, तो बांध के गेट भी अब धीरे-धीरे बंद होने लगे हैं।अब सिर्फ 0.25 मीटर पर खुला है एकमात्र गेट
5 अगस्त सुबह 11 बजे तक बीसलपुर बांध का सिर्फ एक गेट खुला था, और वो भी मात्र 0.25 मीटर की ऊंचाई पर। इस गेट से 1503 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अगले 24 घंटे में बारिश की कोई बड़ी बौछार नहीं आई, तो यह गेट भी बंद कर दिया जाएगा। यानी बीसलपुर बांध के सभी गेट बंद हो जाएंगे। पानी की निकासी नहीं होगी।पेयजल संकट नहीं, लेकिन नजर अब आसमान पर
बीसलपुर बांध की कुल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है। इस बांध से जयपुर, टोंक और अजमेर जिलों को पेयजल आपूर्ति होती है। बांध के लगभग भर जाने से फिलहाल तीनों जिलों को इस साल के लिए पानी की चिंता नहीं है।फिर भी सबकी निगाहें आसमान की ओर हैं। क्या फिर से बारिश लौटेगी और बीसलपुर के गेट फिर खुलेंगे?