कोली का आरोप है कि वहां खडे पुलिसकर्मियों ने उन्हें अमित शाह से मिलने नहीं दिया। उनकी दलील थी कि उनसे मिलने वाले लोगों की सूची में उनका नाम नहीं है। अब इस मामले में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, विधायक इंदिरा मीणा व अन्य कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर निशाना साधा है।
जूली ने कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि संविधान, लोकतंत्र और सामाजिक समानता का अपमान है। यह संवैधानिक मर्यादा और सामाजिक न्याय की खुली अवहेलना है। रेवदर आबू रोड़ से विधायक मोतीराम कोली को आबूरोड में हवाई पट्टी पर पहुंचने के बावजूद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने नहीं दिया गया। यह न केवल जनप्रतिनिधि का अपमान है, बल्कि प्रोटोकॉल और लोकतांत्रिक गरिमा का खुला उल्लंघन भी है। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह सब मुख्यमंत्री की उपस्थिति में हुआ, यह एक घटना नहीं है, यह एक निर्वाचित विधायक के प्रोटोकॉल का हनन है।