कमिश्नर कार्यालय के सभागार में आयोजित संभाग स्तरीय अधिकारियों की बैठक में उन्होने सुकमा,
बीजापुर और नारायणपुर जैसे अति संवेदनशील जिलों को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने बस्तर अंचल की जनता को स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराने के लिए वृहद स्वास्थ्य शिविर, कृत्रिम अंग आकलन एवं वितरण शिविर तथा मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर के आयोजन के निर्देश दिए।
उन्होंने ने हर माह के तीसरे शनिवार को स्वच्छता अभियान के तहत सभी कार्यालयों और परिसरों की सफाई करने और इसमें कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में डिप्टी कमिश्नर बीएस सिदार, आरती वासनिक, गीता रायस्त सहित लोक निर्माण, ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, शिक्षा, स्वास्थ्य, पशु चिकित्सा, नगरीय प्रशासन सहित संभाग स्तरीय अधिकारी एवं नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।
CG News: शिक्षा, पोषण और दस्तावेज वितरण की निगरानी
बैठक में कमिश्नर ने स्कूली बच्चों को पाठ्य पुस्तक, गणवेश और मध्यान्ह भोजन की उपलब्धता की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिया कि ग्राम पंचायत स्तरीय बैठकों में मध्यान्ह भोजन और आंगनबाड़ी के पूरक पोषण आहार पर चर्चा की जाए तथा पंचायत प्रतिनिधि, शिक्षक और पर्यवेक्षक इसमें भाग लें। इसके अलावा, छात्रों को जाति, निवास व आय प्रमाण पत्र के वितरण के लिए समन्वित पहल की बात कही गई। ग्रामों में न्यौता भोज आयोजित कर ग्रामवासियों से सीधा संवाद स्थापित करने पर भी बल दिया गया।
विभागीय योजनाओं की समग्र समीक्षा
बैठक में पंचायत और ग्रामीण विकास, कृषि, मत्स्यपालन, जल जीवन मिशन, पशु चिकित्सा, नगरीय प्रशासन और खाद्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा की गई। नक्सल प्रभावित परिवारों और समर्पित नक्सलियों के पुनर्वास के प्रयासों की जानकारी लेते हुए कमिश्नर ने कहा कि संवेदनशीलता के साथ सभी पात्र हितग्राहियों को शासन की योजनाओं का लाभ दिया जाए। बैठक में खरीफ सीजन के लिए खाद-बीज, फसल ऋण, वनाधिकार मान्यता पत्रों के फौती-नामांतरण, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में ई-केवाईसी, सड़क और पुल-पुलिया निर्माण कार्यों की भी गहन समीक्षा की गई। CG News: आयुष्मान कार्ड के पंजीयन के लिए क्लस्टर स्तर पर शिविर आयोजित करने तथा छूटे हुए लोगों को चिन्हित कर लक्ष्य निर्धारित करने के निर्देश दिए गए। साथ ही क्षय रोगियों के लिए ’निक्षय मित्र’ योजना में अधिकारियों-कर्मचारियों की भागीदारी से पोषण आहार प्रदाय सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए। आवारा मवेशियों को सड़कों से हटाने, गौशालाओं और कांजी हाउस के संचालन और आवश्यकता अनुसार उनके विस्तार करने के निर्देश भी दिए।