इस कारण हुआ विवाद
मौके पर मौजूद अधिवक्ताओं ने बताया, एक दंपती ने आपसी सहमति से तलाक का प्रकरण दायर किया है। बुधवार को पति को पत्नी के मूल दस्तावेज लौटाने थे। कुछ दस्तावेज कम थे। इसे लेकर महिला और पति के बीच कोर्ट रूम के बाहर बहस चल रही थी। शोरगुल होने पर न्यायालय में पदस्थ महिला आरक्षक ने महिला से कहा कि वह धीमी आवाज में बात करें। इस बात को लेकर महिला पक्षकार और महिला आरक्षक के बीच विवाद हो गया। दोनों में हाथापाई हुई और वे लड़ते हुए कोर्ट रूम के अंदर पहुंच गई। लगभग पौन घंटे हंगामा कोर्ट परिसर में चलता रहा।
पुलिसकर्मियों को बाहर किया
महिला आरक्षक ने फोन कर घटना की जानकारी अन्य पुलिसकर्मियों को दी। कुछ ही देर में संयोगितागंज थाने का बल कुटुंब न्यायालय परिसर में पहुंच गया। हंगामे के बीच पुलिसकर्मी न्यायालय के अंदर तक पहुंच गए। न्यायाधीश ने उन्हें बाहर कर दिया।
सुरक्षा पर उठे सवाल
कुटुंब न्यायालय में सालों से पुलिस चौकी और स्थायी बल की तैनाती की मांग हो रही है। पक्षकार और वकीलों के बीच भी विवाद होते रहते हैं। बुधवार को विवाद के बाद कोर्ट परिसर में सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं।