ग्वालियर में बतौर तहसीलदार पदस्थ रहा शत्रुघ्न सिंह चौहान 15 जनवरी को तब फरार हो गया था जब ग्वालियर के महिला थाने में उस पर दुष्कर्म का केस दर्ज कराया गया था। महिला ने यह भी आरोप लगाया था कि इससे पहले भी आरोपी के कई युवतियों से संबंध रहे हैं।
यह भी पढ़ें : सोनम का जीते जी हरिद्वार में करना होगा पिंडदान, भाई गोविंद रघुवंशी की बड़ी अग्निपरीक्षा मामला प्रकाश में आने और पुलिस केस दर्ज होने के बाद आरोपी तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान को मार्च 2025 में निलंबित कर दिया गया। इससे पहले केस दर्ज होने की भनक लगते ही वह भाग गया था। तहसीलदार के फरार हो जाने पर पुलिस ने उसपर 5 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया था।
बचने के तमाम रास्ते बंद हो जाने के बाद आरोपी शत्रुघ्न सिंह चौहान ने आखिरकार सरेंडर कर दिया है। रेप का आरोपी जिला न्यायालय पहुंचा और खुद को कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत कर दिया। अब अग्रिम कानूनी प्रक्रिया चल रही है।
ग्वालियर जिला न्यायालय के कमरा नंबर 216 में पहुंचा
तत्कालीन तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह पर महिला ने शादी का झांसा देकर कई साल तक शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया था। महिला थाने में 15 जनवरी को एफआइआर दर्ज होने का पता चलते ही आरोपी फरार हो गया था। फरारी के दौरान जमानत याचिकाएं लगाईं थीं, लेकिन कोर्ट ने उसकी याचिकाओं को खारिज कर दिया था। आखिरकार आरोपी शत्रुघ्नसिंह चौहान ग्वालियर जिला न्यायालय के कमरा नंबर 216 में पहुंचा। यहां लगने वाली अदालत में मजिस्ट्रेट के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। महिला का आरोप है कि शत्रुघ्न सिंह ने उसे पत्नी की तरह रखा लेकिन शादी नहीं की। उसे बताए बिना दूसरी शादी की। शत्रुघ्न सिंह उसे और उसके बेटे को भी मारना चाहता था। महिला ने भी शत्रुघ्न सिंह को गिरफ्तार करने वाले को 50 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की थी। आरोपी पूर्व अधिकारी पर इसके अलावा भी कई मामले दर्ज हैं।