करीब 7283 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह आधुनिक एक्सप्रेसवे गोरखपुर, अंबेडकर नगर, संत कबीरनगर और आजमगढ़ जैसे पूर्वांचल के प्रमुख जिलों को राजधानी लखनऊ से सीधे जोड़ेगा। इसका उद्घाटन 20 जून 2025 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। एक्सप्रेसवे से न केवल आवागमन में सुविधा मिलेगी, बल्कि यह यात्रा को तेज, सुरक्षित और सुगम भी बनाएगा।
यूपीडा द्वारा घोषित टोल दरें इस प्रकार हैं:
दोपहिया/तीनपहिया वाहन/रजिस्टर्ड ट्रैक्टर – ₹140 कार, जीप, वैन या हल्के वाहन – ₹285 हल्के व्यावसायिक वाहन, मिनी बस – ₹440 बस या ट्रक – ₹840 भारी निर्माण मशीनरी व मल्टी-एक्सल वाहन – ₹1335 विशाल आकार के वाहन – ₹1745 ये दरें सिर्फ एकतरफा यात्रा पर लागू होंगी।
यात्रियों के लिए विशेष छूट की व्यवस्था:
वापसी यात्रा पर छूट: यदि कोई वाहन चालक उसी दिन लौटता है, तो उसे वापसी टोल शुल्क पर 40% की छूट मिलेगी। यानी वापसी में केवल 60% टोल ही देना होगा। मासिक पास सुविधा: जो वाहन चालक महीने में 20 या उससे अधिक बार यात्रा करते हैं, उन्हें टोल शुल्क में 20% की छूट दी जाएगी। यह सुविधा नियमित यात्रियों के लिए राहतभरी होगी।
आर्थिक-सामाजिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे केवल समय की बचत का साधन नहीं है, बल्कि यह पूर्वांचल के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी गति देगा। बेहतर कनेक्टिविटी से व्यापार, उद्योग और परिवहन को बल मिलेगा, जिससे नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। विशेष रूप से गोरखपुर, अंबेडकर नगर, संत कबीरनगर और आजमगढ़ के लोगों को इस एक्सप्रेसवे से सीधा लाभ मिलेगा। यह एक्सप्रेसवे न सिर्फ आवागमन को सुगम बनाएगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास और नागरिकों के जीवन स्तर को भी ऊंचा उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।