बर्ड फ्लू से इंफेक्टेड होने के बाद दो महीने से बंद है
बता दें कि बर्ड फ्लू से इंफेक्टेड होने के कारण दो महीने से चिड़ियाघर बंद चल रहा है। यहां पीलीभीत से रेस्क्यू कर आए बाघ केसरी फिर भेड़िया भैरवी फिर बाघिन शक्ति फिर तेंदुआ मोना की मौत हो गई। चिकित्सकों ने इनका नमूना लेकर जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग सस्थान भोपाल और आइवीआरई बरेली भेजा। जांच के बाद 13 मई को रिपोर्ट आने पर शक्ति और भैरवी में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। इसके बाद से चिड़ियाघर को दर्शकों के लिए बंद कर दिया।
बंदी के दौरान भी कई जीव मिले संक्रमित, एक कॉकटेल की मौत
विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम आकर अन्य वन्यजीवों के स्वास्थ्य की जांच की। उनका नमूना लिया और जांच के लिए भोपाल व बरेली भेजा। 23 मई को रिपोर्ट आने पर मैलानी, तेंदुआ के दो शावक, हिमालयन गिद्ध और काकाटेल पक्षी में संक्रमण मिला। आइसोलेट कर इनका इलाज किया गया। हालांकि इसमें काकटेल पक्षी की भी मौत हो गई।
रिपोर्ट निगेटिव आने पर खुलने की संभावना
एक सप्ताह बाद दोबारा नमूना लेकर जांच के लिए भोपाल भेजा गया। इसमें संक्रमित समेत सभी वन्यजीवों की रिपोर्ट निगेटिव आई। नियमानुसार एक बार और नमूना लेकर जांच को भेजा गया। इस बार भोपाल से रिपोर्ट आने में देरी हुई, लेकिन निगेटिव था।इसके बाद प्राणी उद्यान प्रशासन ने चिड़ियाघर को खोलने की अनुमति मांगी। प्राणि उद्यान के उपनिदेशक व मुख्य वन्यजीव चिकित्सक डा. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि चिड़ियाघर बर्ड फ्लू से मुक्त हो गया है। तीसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर अनुमति मांगी गई है।