डीएम नेहा शर्मा ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। जिसके माध्यम से युवाओं को उद्योग स्थापना के लिए वित्तीय सहायता के साथ-साथ आवश्यक प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन भी प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से आह्वान किया कि वे इस योजना का लाभ उठाएं। अपने उद्यम स्थापित कर न केवल स्वयं को, बल्कि अन्य लोगों को भी रोजगार दें।
योजना सभी वर्गों के लिए समान रूप से लाभकारी
सीडीओ अंकिता जैन ने योजना की जानकारी देते हुए बताया कि इच्छुक अभ्यर्थियों को योजना के अंतर्गत उद्यमिता विकास प्रशिक्षण, ऋण प्राप्त करने की प्रक्रिया, परियोजना रिपोर्ट तैयार करना तथा बाजार से जुड़ाव आदि विषयों पर मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि यह योजना समाज के प्रत्येक वर्ग के युवाओं के लिए समान रूप से लाभकारी है। विशेषकर महिलाओं, अनुसूचित जाति/जनजाति एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए यह योजना विशेष अवसर प्रदान करती है।
कार्यशाला में विशेषज्ञों ने मार्केटिंग ब्रांडिंग एवं वित्तीय प्रबंधन की दी जानकारी
कार्यशाला में विशेषज्ञों द्वारा व्यवसाय की शुरुआत, ब्रांडिंग, मार्केटिंग, वित्तीय प्रबंधन एवं सरकारी योजनाओं के समन्वय पर विस्तार से व्याख्यान दिए गए। प्रतिभागियों ने भी कार्यशाला के दौरान अपने प्रश्न पूछे और उद्यमिता के क्षेत्र में मार्गदर्शन प्राप्त किया। कार्यक्रम के दौरान 70-80 इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स, बिजनेस ऑन व्हील्स और फ्रेंचाइजी मॉडल की जानकारी प्रदान कर युवाओं को आत्मनिर्भर बनने हेतु प्रेरित किया गया। इस कार्यशाला में लगभग 250-300 शिक्षित युवाओं को इनोवेटिव बिजनेस मॉडल से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया।