Gonda News:
गोंडा जिले में डीएम नेहा शर्मा की अध्यक्षता में स्वच्छता से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की गई। इस दौरान जिला पंचायत राज अधिकारी लालजी दुबे ने अवगत कराया कि शासन की निर्देशानुसार जिले के 388 ग्राम पंचायतों में डिजिटल लाइब्रेरी बनाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। इसके संबंध में डीएम के निर्देशानुसार तैयारियां की जा रही है।
इन बिंदुओं की की गई समीक्षा
इस दौरान ग्राम पंचायतों में पीएमएस के माध्यम से हो रहे भुगतान के संबंध में, स्वच्छ सर्वेक्षण, बायोगैस, डेस्कटॉप सत्यापन, प्लास्टिक कचरे के निपटान की व्यवस्था, ग्रे जल का सुरक्षित प्रबंधन, नालियों से प्रभावी निर्वहन, गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग करने का अभ्यास आदि के संबंध में समीक्षा की गई। जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा जिले में चल रहे स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। उन्होंने बताया कि जिले में शौचालय निर्माण, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक उन्मूलन एवं स्वच्छता जनजागरूकता अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियाँ चल रही हैं।
स्वच्छता केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं बल्कि जन भागीदारी का एक आंदोलन
डीएम नेहा शर्मा ने ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह जनभागीदारी से चलने वाला एक जनआंदोलन है। प्रत्येक नागरिक की इसमें सक्रिय भूमिका आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि गांवों में साफ-सफाई सुनिश्चित कराई जाए। तथा नियमित मॉनिटरिंग की व्यवस्था की जाए। सभी विभाग समन्वय बनाकर करें कार्य
डीएम ने निर्देश दिए कि कूड़ा प्रबंधन के लिए प्रत्येक पंचायत स्तर पर कंपोस्ट पिट का निर्माण तेज़ी से किया जाए। उन्होंने स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों एवं सामुदायिक स्थलों को स्वच्छता के आदर्श स्थल के रूप में विकसित करने पर बल दिया। बैठक में यह भी तय किया गया कि स्वच्छता रैंकिंग में जिले को ऊँचा स्थान दिलाने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएँगे। डीएम ने कहा कि स्वच्छ, सुंदर और स्वस्थ का सपना तभी साकार हो सकता है। जब सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करें। जनता को इसमें सहभागी बनाया जाए।