यह पूरा प्रकरण इटावा के बकेवर थाना क्षेत्र स्थित दांदरपुर गांव से जुड़ा है। यहां कथावाचक मुकुट मणि यादव और संत सिंह यादव के साथ न केवल मारपीट की गई, बल्कि उनके बाल काट दिए गए और उन्हें अपमानित भी किया गया। इस घटना का सबसे चौंकाने वाला पहलू यह था कि कथावाचकों से एक महिला के पैर पर नाक रगड़वाई गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
वीडियो वायरल होने के बाद यादव महासभा और अहीर रेजिमेंट सहित कई समुदायों में भारी आक्रोश फैल गया। यादव महासभा ने इस घटना को जातीय द्वेष से प्रेरित बताते हुए बकेवर थाने का घेराव किया और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। लोगों की भीड़ ने थाना परिसर और नेशनल हाईवे के पास प्रदर्शन किया, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई।
प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों के बीच तीखी नोकझोंक के बाद मामला हिंसक हो गया। आक्रोशित भीड़ ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया, जिससे एक सरकारी वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग का सहारा लेना पड़ा।
इस घटना के बाद पुलिस ने 22 नामजद व्यक्तियों सहित 100 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसमें से 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने इन आरोपियों के वाहनों को भी जब्त कर लिया और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ अलग-अलग थानों में मामले दर्ज किए।
अब, इस मामले में स्थानीय अदालत ने 19 आरोपियों की जमानत अर्जी मंजूर कर ली है। आरोपियों की ओर से अधिवक्ता अभिनय यादव और रविंद्र सिंह ने अपर जिला सत्र न्यायाधीश (एडीजे-7) राखी चौहान की अदालत में अपनी दलीलें पेश कीं, जिसके बाद कोर्ट ने जमानत दे दी।
जमानत मिलने वाले आरोपियों में अर्पित, प्रशांत, हृदेश प्रताप सिंह दोहरे, अशोक बाबू, अनुज यादव, अभिषेक कुमार, सौरभ यादव, शिवम यादव, अंकित यादव, ऋषभ यादव और हिमांशु यादव सहित अन्य शामिल हैं। हालांकि, इस मामले में दो आरोपी अभी भी जेल में बंद हैं।