कंगना रनौत ने राजनीति को बताया महंगा शौक
इसके साथ ही उन्होंने बताया था कि ‘संसद में केवल 60-70 दिन ही हाजिरी लगानी होती है और बाकी समय वे अपनी फिल्मों या दूसरे काम कर सकती हैं, लेकिन असलियत इससे बिलकुल अलग निकली।’ कंगना ने इस पर खुलकर कहा कि एक सांसद की सैलरी केवल 60-70 हजार रुपए होती है, इसलिए राजनीति के साथ कोई दूसरा पेशा होना जरूरी है। उन्होंने खुद को ईमानदार और सीधे-साधे अंदाज में बताया और कहा कि वे लोगों की समस्याओं को हल करने में पूरी कोशिश करती हैं।
सांसद बनने के बाद फिल्म में काम नहीं किया
दरअसल फिल्मी मोर्चे की बात करें तो कंगना ने सांसद बनने के बाद केवल एक फिल्म ‘इमरजेंसी’ रिलीज की है। इस फिल्म में उन्होंने ना केवल मुख्य भूमिका निभाई। बल्कि इसका निर्देशन भी किया। साथ ही सांसद बनने के बाद उन्होंने फिलहाल किसी और फिल्म में काम नहीं किया है। कंगना का ये खुलापन और सच्चाई से भरा नजरिया उनके फैंस और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इससे उनके फैंस का कहना है कि राजनीति एक आसान पेशा नहीं है और इसे संभालने के लिए गहन मेहनत और समर्पण की जरूरत होती है।