Matt Deitke से मिले मार्क जकरबर्ग
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की होड़ में Meta के CEO मार्क जुकरबर्ग कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। वे दुनिया के बेहतरीन AI टैलेंट को अपने साथ जोड़ने के लिए ताबड़तोड़ कोशिश कर रहे हैं। Meta ने Matt Deitke, AI रिसर्चर को 125 मिलियन डॉलर (करीब 1000 करोड़ रुपये) का ऑफर दिया, लेकिन उस Matt ने इसे साफ तौर पर मना कर दिया। जब Matt ने Meta का शुरुआती ऑफर ठुकरा दिया, तो मार्क जुकरबर्ग खुद उनसे मिलने पहुंचे। उन्होंने लंबी बातचीत की और अंत में डील फाइनल कर ली। माना जा रहा है कि इस बातचीत के बाद Meta ने ऑफर को पहले से दोगुना कर दिया, तभी Matt इसके लिए तैयार हुए।
रिसर्च से स्टार्टअप तक का सफर
Matt Deitke का करियर एक आम रिसर्चर की तरह शुरू हुआ। वो कंप्यूटर साइंस में पीएचडी कर रहे थे, लेकिन उन्होंने जल्दी ही समझ लिया कि AI में जो क्रांति आ रही है, उसमें शामिल होने का यही सही वक्त है। उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और सीधा असली दुनिया में AI के प्रोजेक्ट्स पर काम करना शुरू कर दिया। वे Seattle में स्थित Allen Institute for AI (AI2) में शामिल हुए, जो माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर Paul Allen द्वारा शुरू किया गया था। यहां उन्होंने ‘Molmo’ नाम का एक AI चैटबॉट बनाया, जो सिर्फ टेक्स्ट ही नहीं, बल्कि इमेज और ऑडियो को भी समझ सकता है। इस तरह के मल्टीमोडल AI को आज AI का भविष्य माना जा रहा है।
दुनियाभर में पहचान
2022 में हुए NeurIPS सम्मेलन में, जो मशीन लर्निंग की दुनिया का एक बड़ा इवेंट है, Matt को उनके रिसर्च के लिए Outstanding Paper Award मिला। ये अवॉर्ड दिखाता है कि वे अब AI की ग्लोबल कम्युनिटी में एक बड़ा नाम बन चुके हैं। लेकिन Matt ने यहां रुकना नहीं चाहा। उन्होंने 2023 में Vercept नाम का स्टार्टअप शुरू किया, जो इंटरनेट पर खुद से काम कर सकने वाले AI एजेंट बना रहा है। इन AI एजेंट्स का मकसद सिर्फ जानकारी देना नहीं, बल्कि यूजर की ओर से इंटरनेट पर काम करना है, जैसे कोई इंसान खुद कर रहा हो।
बड़ी-बड़ी कंपनियां भी हुईं प्रभावित
इस स्टार्टअप में केवल 10 लोग हैं, लेकिन फिर भी उन्होंने 16.5 मिलियन डॉलर (लगभग 137 करोड़ रुपये) की फंडिंग हासिल की। इनमें Google के पूर्व CEO Eric Schmidt जैसे बड़े नामों ने निवेश किया है। Vercept को आने वाले समय का AI माना जा रहा है, एक ऐसा AI जो सिर्फ जवाब नहीं देगा, बल्कि आपके लिए काम करेगा।