इन पाठ्यक्रमों में प्रमुख रूप से बीए एलएलबी, बीबीए, बीसीए, बीकॉम ऑनर्स, बीएससी कृषि, एलएलबी, एमएड, एमएससी गणित, एमएससी फिजिक्स, एमकॉम, एमए इंग्लिश, बीपीएड और बीए ऑनर्स जैसे कोर्स शामिल हैं। पिछले साल की तरह इस बार भी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर सीट डिटेल और काउंसलिंग प्रक्रिया से जुड़ी पूरी जानकारी उपलब्ध करा दी गई है। विश्वविद्यालय प्रवक्ता के अनुसार, अब तक 21,000 से अधिक छात्र अपना परीक्षा परिणाम डाउनलोड कर चुके हैं।
ऐसे करें अपनी पसंद की चॉइस लॉक
छात्रों को सलाह दी गई है कि वे विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट www.dduguadmission.in पर जाकर ‘Online Counseling’ बटन पर क्लिक करें। लॉगिन करने के बाद छात्रों को डैशबोर्ड में ‘काउंसलिंग’ का विकल्प मिलेगा। यहां से वे काउंसलिंग फॉर्म भरने की प्रक्रिया और नियम देख सकते हैं। इसके बाद छात्र अपनी रुचि के अनुसार कॉलेजों की चॉइस चुन सकते हैं। जब सारी चॉइस भर ली जाए, तो ‘Lock’ बटन पर क्लिक कर उसे लॉक करना जरूरी होगा। एक बार चॉइस लॉक हो जाने के बाद उसमें कोई बदलाव संभव नहीं होगा। चॉइस लॉक करने के बाद उसका प्रिंट भी लिया जा सकता है।
ओपन डिस्टेंस लर्निंग को भी बढ़ावा
विश्वविद्यालय ने यूजीसी से अनुमोदित पांच प्रमुख कोर्सों में ऑनलाइन और ओपन डिस्टेंस लर्निंग (ODL) की शुरुआत कर दी है। इनमें बीकॉम, एमकॉम, बीबीए, एमबीए और एमए इंग्लिश शामिल हैं। कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने इसे नई शिक्षा नीति के अनुरूप एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने कहा कि इससे दूरदराज के छात्रों को भी उच्च शिक्षा का अवसर मिलेगा और विश्वविद्यालय की पहुंच देश-विदेश तक फैलेगी। इन कोर्सों की पढ़ाई पूरी तरह डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से होगी और कोर्स सामग्री स्वयं विश्वविद्यालय से तैयार की गई है।
ये सभी कोर्स एनआईओएस, इग्नू, सीईसी, स्वयं प्रभा जैसी राष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा तय मानकों पर आधारित हैं। छात्र इन पाठ्यक्रमों से जुड़ी विस्तृत जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर देख सकते हैं।