कर्मों का बंध शरीर से नहीं, भावों से होता है। भावों की शुद्धता ही आत्ममुक्ति की कुंजी है। शुद्ध भावों से किया गया छोटा सा उपकार भी महान फलदायक बन जाता है, जबकि अशुद्ध भावों से किया गया बड़ा तप भी निरर्थक हो जाता है। भावों की दिशा ही जीवन की दिशा तय करती है। […]
बैंगलोर•Aug 05, 2025 / 07:54 pm•
Bandana Kumari
Hindi News / Astrology and Spirituality / Dharma Karma / भावों से होता है कर्मों का बंध: साध्वी नंदिनी