धराली गांव देहरादून से 218 किमी और गंगोत्री धाम से मात्र 18 किमी दूर स्थित है, जहां पिछले दो दिनों से भारी बारिश का सिलसिला जारी है। पानी के सैलाब से लोग दहशत में चीखने-चिल्लाने लगे, और गांव की ओर बढ़ते खतरे ने सबको हिलाकर रख दिया। कई होटलों और दुकानों में पानी और मलबा घुस गया, जिससे धराली बाजार पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है। होटल और दुकानें मलबे के ढेर में तब्दील हो गईं।
आपदा की इस घड़ी में रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए SDRF, NDRF और सेना की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं, जो मलबे से लोगों को निकालने और राहत कार्य में जुट गई हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थिति पर कड़ी नजर बनाए रखने की बात कही है और हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। प्रकृति के इस प्रकोप से पूरा क्षेत्र शोक और तबाही के साये में डूब गया है, जहां राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है।
प्रधानमंत्री ने ली हालात की जानकारी
प्रधानमंत्री ने अपने X हैंडल पर लिखा, उत्तरकाशी के धराली में हुई इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही सभी पीड़ितों की कुशलता की कामना करता हूं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी से बात कर मैंने हालात की जानकारी ली है। राज्य सरकार की निगरानी में राहत और बचाव की टीमें हरसंभव प्रयास में जुटी हैं। लोगों तक मदद पहुंचाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
अमित शाह का ट्वीट
गृहमंत्री अमित शाह ने धराली में हुई घटना को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से बात की और ITBP की निकटतम तीन टीमों को वहां पर भेज दिया।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने किया ट्वीट
बारिश के कारण रेस्क्यू में दिक्कत
SDRF की टीमें घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं। लगातार बारिश हो रही है। इसकी वजह से रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है। बाढ़ के पानी के साथ काफी तादाद में मलबा आ चुका है। भारतीय सेना, SDRF, ITBP और पुलिस की टीमें साथ मिलकर समन्वय के साथ काम कर रही हैं। धराली काफी भूगर्भीय चुनौती वाली जगह है। धराली में राहत और बचाव कार्य करना चुनौतीपूर्ण है। मौसम अभी भी काफी चुनौतीपूर्ण है। यहां रातें काफी ठंडी हो जाती है। धराली उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक छोटा सा गांव है, जो गंगोत्री के पास हर्षिल एरिया से सिर्फ 2 किमी आगे ही है। यहां से गंगोत्री धाम 8-10 किलोमीटर दूर है। चारधाम यात्रा मार्ग पर पड़ने की वजह से धराली में बहुत सारे होटल, रेस्टोरेंट और होमस्टे हैं। इसकी वजह से बाढ़ में कई लोगों की मौत होने की आशंका है।
गंगा नदी के तट पर बसा है धराली गांव
धराली गंगा नदी के तट पर बसा हुआ है। यह समुद्र तल से लगभग 2,700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और हिमालय की गोद में बसा होने के कारण यह पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए आकर्षक स्थल है।