इससे पहले ऋषभ पंत ने चोटिल होने के बावजूद मैदान पर उतरते हुए अर्धशतक जड़ा लेकिन भारत की पहली पारी दूसरे सत्र में 358 रन पर सिमट गयी। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 72 रन देकर पांच विकेट और जोफ्रा आर्चर ने 73 रन पर तीन विकेट लिए।
इंग्लैंड की तेज तर्रार बल्लेबाजी को देखते हुए अब यह सवाल पूछा जा रहा है कि क्या पिच ने अपना मिजाज बदल लिया है ? बल्लेबाजी आसान हो गई या गेंदबाजी खराब हुई। शायद इन दोनों सवालों का जवाब मौसम पर टिका है। जब तक भारत ने बल्लेबाजी की, बादलों ने गेंदबाजों का ख़ूब साथ दिया लेकिन जैसे ही इंग्लैंड की टीम बल्लेबाजी करने आई, बादल छंट गए, धूप खिल गई। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि भारतीय गेंदबाजों की कोई गलती ही नहीं है। जब गेंद स्विंग या सीम नहीं हो रही थी, तब भारतीय तेज गेंदबाज बेहतर लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी कर सकते थे, ताकि रनों पर अंकुश लगाया जा सके।
इंग्लैंड की तरफ से जैक क्रॉली ने 84 और बेन डकेट ने 94 रन बनाये और पहले विकेट के लिए 166 रन जोड़े। दुर्भाग्य रहा कि दोनों शतक के करीब पहुंचकर आउट हुए। क्रॉली को रवींद्र जडेजा ने और डकेट को अंशुल कम्बोज ने आउट किया। क्रॉली ने 113 गेंदों में 13 चौके और एक छक्का लगाया जबकि डकेट ने 100 गेंदों में 13 चौके लगाए। स्टंप्स के समय ओली पोप 20 और जो रुट 11 रन पर नाबाद थे।
इससे पहले भारत ने दूसरे दिन वॉशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर और ऋषभ पंत के साहस की बदौलत 350 से अधिक का स्कोर खड़ा कर लिया। भारत का इस सीरीज में ये छठा 350+ स्कोर है और एक सीरीज में टीम इंडिया की तरफ से ये सर्वाधिक है। इंग्लैंड की ओर से सबसे सफल गेंदबाज उनके कप्तान बेन स्टोक्स रहे जिन्होंने पंजा निकाला।
भारत ने कल के चार विकेट पर 264 रन से आगे खेलना शुरू किया। रवींद्र जडेजा अपने खाते में एक रन जोड़कर 20 रन बनाकर आउट हो गए। भारत ने शार्दुल ठाकुर (41), ऋषभ पंत (नाबाद 39) और वॉशिंगटन सुंदर (नाबाद 20) रनों संघर्षपूर्ण पारियों के दम पर लंच तक छह विकेट पर 321 रन बना लिये थे।
आज सुबह के सत्र में भारत ने भी कल के स्कोर में मात्र दो रन जोड़े थे कि इंग्लैंड ने नई गेंद जोफ्रा आर्चर को थमाई और उन्होंने रवींद्र जडेजा को अपना शिकार बना लिया। रवींद्र जडेजा ने 40 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 20 रन बनाये।
भारत का दिन का दूसरा विकेट शार्दुल ठाकुर के रूप में गिरा। उन्हें बेन स्टोक्स ने गली में खड़े बेन डकेट के हाथों कैच आउट कराया। शार्दुल ठाकुर ने 88 गेंदों में पांच चौकों की मदद से 41 रनों की पारी खेली। शार्दुल ठाकुर के आउट होने के बाद चोटिल ऋषभ पंत एक बार फिर से मैदान में थे ।
पंत ने लंच के बाद अपना अर्धशतक पूरा किया। वाशिंगटन सुन्दर 90 गेंदों में 27 रन बनाकर स्टोक्स का शिकार बने। पदार्पण मैच खेल रहे अंशुल कम्बोज को स्टोक्स ने खाता खोलने का मौका भी नहीं दिया। आर्चर ने पंत और बुमराह के विकेट लेकर भारत की पारी 358 रन पर समेट दी। पंत ने 75 गेंदों पर 54 रन की पारी में तीन चौके और दो छक्के लगाए।